अशोकनगर, बीते बुधवार को व्यापारियों द्वारा डाक न बोले जाने पर किसानों द्वारा किये गए हंगामें को लेकर मण्डी सचिव ओपी लक्षकार द्वारा किसानों पर एफआईआर दर्ज करा दी गई है। ओपी लक्षकार द्वारा कराई गई रिपोर्ट में बताया गया था कि 22 नबम्वर को 14.10 बजे गल्ला मंडी में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भावान्तर भुगतान योजना के अंतर्गत किसानों को भुगतान संबंधी संबोधन के माध्यम से सीधा प्रसारण मंडी कार्यालय में दिखाया जा रहा था, तभी अचानक आरोपियों अमान सिंह रघुवंशी, गजेंद्र सिंह रघुवंशी निवासी बरखेड़ा गोड, भारत भूषण एवं 20-25 अन्य ने एक दूसरे का नाम लेकर संबोधन करने लगे और मुख्यमंत्री के पोस्टर फाड़ते हुए हंगामा करने लगे एवं कुर्सियां फेक कर तोड़ दी। इस संबंध में जब बरखेड़ा गोड गांव के लोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अमान सिंह रघुवंशी नाम का कोई व्यक्ति हमारे गांव में है ही नहीं है। वहीं गजेन्द्र सिंह रघुवंशी के बारे में जानकारी देते हुए ग्रामीणों ने बताया कि गजेन्द्र सिंह एक शासकीय शिक्षक थे। जिनकी दो वर्ष पूर्व 70 साल की उम्र में उनकी मृत्यू हो चुकी हैं।
उल्लेखनीय है कि बीते करीबन चार दिन पहले बिना सूचना के नीलामी बोली बंद किये जाने की वजह से जब दो बजे तक भी व्यापारी नीलामी बोलने नहीं आये तो किसान नीलामी बोली शुरु कराने की मांग करने के लिए मण्डी कार्यालय पहुंच थेे। लेकिन वहां पर किसानों की सुनवाई नहीं हुई। जिससे आक्रोशित किसान मण्डी कार्यालय के बाहर नारेबाजी करने लगे थे। उसी समय कुछ लोगों द्वारा कार्यालय के प्रांगण में रखीं कुर्सियां और बेनर पोस्टरों को फाड़ दिये थे। जिसको लेकर मण्डी सचिव ओपी लक्षकार द्वारा एफआईआर दर्ज कराई गई थी।
इनका कहना:
मैं यहां के लोगों को नहीं जानता हूं। मुझे कुछ जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने बताया था। जिसके आधार पर मेने नाम दर्ज कराये गए हैं। नाम गलत हैं या सही यह मेरी जानकारी में नहीं है।
ओपी लक्षकार मण्डी सचिव