श्रीनगर, घाटी में आंतक का सफाया करने के लिए चलाया जा रहा सेना का ऑपेरशन आ आउट से सरहद पार बैठे आंतकियों के आकाओं को खौफ में ला दिया है। अब उन्हें अपनी जान बचाने की पड़ी है। लिहाजा आतंकियों के आकाओं ने उन्हें अंडरग्राउंड रहने के निर्देश दिए गए हैं। खुफिया सूत्रों के मुताबिक भारतीय सेना की कार्रवाई के चलते पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आकाओं में दहशत मच गई है। भारतीय सुरक्षा बलों के साथ एनकाउंटर में अपने रिश्तेदारों के मारे जाने से आतंकियों के आका हताश हो गए हैं। इसके कारण रिश्तेदार की मौत का डर सताने लगा है।
हाल ही में सुरक्षा बलों ने मसूद अजहर के भांजे तल्हा राशिद और जकी उर रहमान लखवी के भांजे उस्मान झंगी को मार गिराया था। सूत्रों के मुताबिक सुरक्षा बलों की ताबड़तोड़ कार्रवाई से आतंकियों के हौंसले पस्त हो गए हैं। लिहाजा हताश आतंकियों के आकाओं ने घाटी में सक्रिय अपने रिश्तेदारों को फिलहाल अंडरग्राउंड रहने का निर्देश दिया। सुरक्षा बलों ने घाटी में सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों और सीमा पार से आतंकियों की बातचीत इंटरसेप्ट की हैं। सूत्रों के मुताबिक घाटी में ऐसे दर्ज़न भर आतंकियों के आकाओं के रिश्तेदार मौज़ूद हैं। इन्हें आतंक के आकांओं ने निर्देश दिया हैं कि वे अंडरग्राउंड रहे। सूत्रों के मुताबिक लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के फिदायीन आतंकियों का नया दस्ता भी घुसपैठ कराने की फिराक में हैं। सुरक्षा बलों की रणनीति से घबराए आतंकी ने आकांओं से हथियारों की मांग की है। वहीं, इंटरसेप्ट के बाद सीमा पार से घुसपैठ की आशंका पर सेना और बीएसएफ अलर्ट हो गए हैं।
घाटी में आतंकियों का खात्मा करने के लिए भारतीय सेना की ओर से ऑपरेशन ऑलआउट चलाया जा रहा है। इस साल अब तक इस ऑपरेशन में घाटी में 170 से ज्यादा आतंकियों का खात्मा किया जा चुका है। हिजबुल मुजाहिद्दीन के 43 आतंकवादी,लश्कर-ए-तैयबा के 60 और जैश-ए-मोहम्मद के 15 आतंकवादी ढेर किए जा चुके हैं। इनके अलावा 69 आतंकवादी ऐसे भी मारे गए जिनके बारे में ये पता लगाया जाना बाकी है कि उनका ताल्लुक किन आतंकी संगठनों से था।