लखनऊ,स्थानीय सरकार बनाने के लिए हो रहे चुनाव में नगर निगम के मेयर, नगर पालिका व नगर पंचायतों के अध्यक्ष पद के लिए तीसरे चरण में प्रत्याशियों की संख्या 4000 से ज्यादा का आंकड़ा पार कर गयी है। यद्यपि उम्मीदवारों में युवाओं की संख्या ज्यादा है तो आपराधिक छवि के प्रत्याशी काफी कम हैं। निकाय चुनाव के तीसरे चरण में मेयर और अध्यक्ष पदों के प्रत्याशियों का आंकड़ा आयोग ने जारी किया है। इसके मुताबिक नगर निगम में मेयर पद के लिए 74 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 56 पुरुष और 18 महिलाएं हैं। नगर पालिका परिषद के अध्यक्ष पद के लिए 1175 उम्मीदवार हैं जिनमें 1842 पुरुष और 1333 महिलाएं अपना भाग्य आजमा रही हैं। इसी तरह नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए 914 प्रत्याशी मैदान में हैं। इनमें 532 पुरुष और 382 महिलाएं चुनावी जंग लड़ रही हैं। मेयर और अध्यक्ष पदों के लिए चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों में निरक्षरों से लेकर पीएचडी धारक भी शामिल हैं। इन चुनाव में हाईस्कूल से लेकर डाक्टरेट की डिग्री हासिल कर चुके उम्मीदवारों की संख्या 2500 से ज्यादा है। नगर निगम, नगर पालिका परिषद और नगर पंचायतों में पार्षद व सदस्य का चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों का आंकड़ा 23987 है। नगर निगम में 7182 पुरुष तो 4463 महिलाएं पार्षद पद की दावेदार हैं। नगर पालिका में सदस्य के लिए 886 पुरु ष और 825 महिलाएं तो नगर पंचायत में सदस्य पद पर 6539 पुरुष व 4092 महिलाएं चुनावी जंग लड़ रही हैं। तीसरे चरण में मेयर और अध्यक्ष पद के दावेदारों की सूची पर नजर डालें तो 319 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनकी चल और अचल सम्पत्ति का आंकड़ा एक करोड़ और उससे कहीं ज्यादा है। सबसे मजेदार बात यह है कि लोकसभा और विधानसभा चुनावों की तरह इस चुनाव में आपराधिक छवि के प्रत्याशियों की संख्या काफी कम है। तीसरे चरण में मेयर पद के 74 प्रत्याशियों में 66 ऐसे हैं जिनके खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा नहीं है। नगर पालिका परिषद अध्यक्ष पद के लिए 3175 दावेदारों में 3055 का कोई आपराधिक रिकार्ड नहीं है तो नगर पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनावी जंग लड़ रहे 914 प्रत्याशियों में 843 का आपराधिक रिकार्ड नहीं है। इतना ही नहीं इस चरण में मेयर और अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों में 40 साल से कम आयु वालों की संख्या का आंकड़ा 60 प्रतिशत है। कुछ इसी तरह का आंकड़ा सदस्य पद के लिए चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की सूची से भी मिलता है।