अहमदाबाद ,कहा- मैंने कर्तव्य निभाया, अब फैसला कांग्रेस और पास को करना है|
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केन्द्रीय मंत्री कपिल सिब्बल ने आज पाटीदार आरक्षण मामले पर कुछ भी बोलने से यह कहते हुए इंकार कर दिया है कि मैंने अपने कर्त्तव्य निभा दिया है और अब फैसले कांग्रेस व पास को करना है|
वडोदरा पहुंचे कपिल सिब्बल ने पहले ही कह दिया कि वे यहां प्रचार करने आए हैं और पास के साथ बैठक पर कुछ तय नहीं है| शुक्रवार को दिल्ली में रहने के बाद पास की टीम भी आज वडोदरा पहुंची, लेकिन कपिल सिब्बल के साथ उनकी मुलाकात नहीं हो पाई| पास के अल्टीमेटम के बारे में कपिल सिब्बल ने कहा कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है| आरक्षण के बारे में पास और कांग्रेस को फैसला करना है, मैंने अपना कर्त्तव्य निभा दिया है| आरक्षण के बारे में फार्म्यूला मैंने पास को बता दिया है| अब हार्दिक पटेल और पास को फैसला करना है कि उन्हें आगे क्या करना है|
दरअसल शुक्रवार को दिनेश बांभणिया और ललित वसोया समेत पास की टीम दिल्ली गई थी| जहां दिनभर कांग्रेस नेताओं से मुलाकात का समय नहीं मिलने से नाराज पास कन्वीनर दिनेश बांभणिया ने कांग्रेस को अल्टीमेटम दिया था कि यदि 24 घंटों वह आरक्षण के मुद्दे पर अपना स्टेन्ड साफ नहीं करती है तो पाटीदार भाजपा की तरह उसका भी विरोध करेंगे| अल्टीमेटम के बाद हरकत में आए कांग्रेस के नेताओं के एक के बाद बयान में आने लगे| शुक्रवार की रात दिल्ली से अहमदाबाद लौटे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भरतसिंह सोलंकी ने कहा कि उन्हें पाटीदारों के प्रति सम्मान है| लेकिन पास के साथ बैठक या अल्टीमेटम के बारे में कुछ भी कहने से इंकार कर दिया| वहीं चुनाव प्रभारी अशोक गहलोत ने कहा कि पास के साथ की जिम्मेदारी भरतसिंह और सिद्धार्थ पटेल को सौंपी गई थी| पास कन्वीनरों को दिल्ली किसने बुलाया और वे कब आए इस बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है| उन्होंने कहा कि भरतसिंह सोलंकी व्यस्त थे, जिसकी वजह कम्यूनिकेशन गेप हुआ होगा|
दूसरी ओर आज सुबह हार्दिक पटेल ने दावा किया कि शुक्रवार की घटना नासमझी की वजह से हुई है| मेरी कांग्रेस नेताओं के साथ बातचीत हो चुकी है और पास टीम को आज फिर बातचीत के लिए बुलाया गया है| हार्दिक पटेल भले ही यह दावा कर रहे हों लेकिन सच्चाई यह है कि वडोदरा में भी पास टीम और कपिल सिब्बल के बीच आरक्षण के मुद्दे पर कोई बातचीत नहीं होने की खबर है| कपिल सिब्बल पत्रकारों के साथ बातचीत में साफ कर चुके हैं कि वे वडोदरा में केवल प्रचार के लिए आए हैं|