कोलकाता,भारत और श्रीलंका के बीच तीन क्रिकेट टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला गुरुवार से शुरु होगा। इसमें जहां विराट कोहली की टीम इंडिय अपनी जीत की लय बरकारार रखने उतरेगी वहीं दूसरी और मेहमान श्रीलंकाई टीम भी पिछला हिसाब बारबार करना चाहेगी। इससे पहले लंकाई टीम को भारत के हाथों सीरीज में करारी हार का सामना करना पड़ा था। टीम इंडिया ने हाल के दिनों में न्यूजीलैंड आस्ट्रेलिया जैसी टीमों को हराया है और उसके हौंसले बुलंद हैं। वहीं दूसरी ओर लंकाई टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। ऐसे में उसपर बेहतर प्रदर्शन का दबाव रहेगा। आंकड़ों पर नजर डालें तो भी भारतीय टीम का ही पलड़ा भारी है।पिछली बार भारत ने श्रीलंका को तीनों प्रारुपों में 9-0 से हरा दिया था। श्रीलंकाई टीम ने इसके बाद यूएई में पाकिस्तान को 2-0 से हराकर अपना खोया हुआ मनोबल फिर हासिल किया है।
भारतीय टीम को इस सीरीज के बाद दक्षिण अफ्रीका दौरे पर जाना है। ऐसे में वह इसमें बेहतर प्रदर्शन कर अपनी तैयारियों को और पुख्ता करना चाहेगी। अगले साल शुरु हो रहे दक्षिण अफ्रीका दौरे पर भारत को तीन टेस्ट, छह वनडे और तीन टी20 मैच खेलने हैं। जुलाई अगस्त में टेस्ट श्रृंखला के बाद से भारत ने 13 वनडे और छह टी20 मैच खेले हैं। ऐसे में टीम के लिए अपने को ढालना कठिन नहीं होगा क्योंकि अधिकांश खिलाड़ियों ने अपनी-अपनी टीमों के लिए रणजी ट्राफी मैच खेले हैं।
श्रीलंका को अबतक नहीं मिली है जीत
श्रीलंका ने 35 साल में 16 मैचों में से यहां एक भी नहीं जीता है। उसने भारत में पहला टेस्ट 1982 में खेला था। युवा टीम के साथ आये कप्तान दिनेश चांदीमल के यह दौरा एक कठिन परीक्षा के समान है। राहत की बात है कि उनके पास अनुभवी बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज और स्पिनर रंगाना हेराथ हैं। यह दोनो 2009 में भी भारत आये थे।
बारिश का भी साया
मौसम विभाग ने हालांकि 18 नवंबर तक बारिश की चेतावनी दी है। भारतीय टीम आत्मविश्वास से भरी हुई है हालांकि चयन की कुछ दुविधाएं हैं। ईडेन की हरी भरी पिच पर भारतीय टीम तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतर सकती है। ऐसे में तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार की टीम में वापसी तय है। इसके साथ ही दो स्पिनरों को भी उतारा जा सकता है। भुवनेश्वर ने पिछली बार टेस्ट धर्मशाला में आस्ट्रेलिया के खिलाफ इस साल मार्च में खेला था। अभ्यास सत्रों के दौरान वह अच्छी लय में नजर आये थे। सितंबर 2016 में न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले टेस्ट में उन्होंने पांच विकेट लिये थे। इसके अलावा अन्य तेज गेंदबाज उमेश यादव और मोहम्मद शमी होंगे। स्पिनर रविंद्र जडेजा और आर अश्विन की वापसी हो सकती है।
वहीं कुलदीप यादव ने न सिर्फ नेट्स पर गेंदबाजी का अभ्यास किया बल्कि बल्लेबाजी सत्र में भी भाग लिया। अब देखना यह है कि जडेजा को बाहर रखा जाता है या कुलदीप को। कलाई की चोट के कारण श्रीलंका दौरे से बाहर रहे मुरली विजय ने वापसी की है। पारी की शुरुआत शिखर धवन और केएल राहुल भी कर सकते हैं।
श्रीलंका के खिलाफ दो शतक जमाने वाले चेतेश्वर पुजारा को मध्यक्रम में स्थान मिलना तय है। कप्तान कोहली भी बडी पारी खेलने को बेताब होंगे। अजिंक्य रहाणे ने भी श्रीलंका के खिलाफ एक शतक और एक अर्धशतक बनाया था। हार्दिक पंड्या की गैर मौजूदगी में आर अश्विन ऑलराउंडर की अहम भूमिका में रहेंगे।
मेहमान श्रीलंकाई टीम के बल्लेबाजों को जीत के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। सदीरा समरविक्रमा पारी का आगाज कर सकते हैं। कौशल सिल्वा टीम से बाहर हैं। सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने ने पाकिस्तान के खिलाफ दुबई टेस्ट में 196 रन बनाये और वह इस लय को कायम रखना चाहेंगे।
मैथ्यूज नहीं करेंगे गेंदबाजी
टीम प्रबंधन ने स्पष्ट कर दिया है कि सबसे अनुभवी बल्लेबाज मैथ्यूज का गेंदबाजी में इस्तेमाल नही किया जायेगा। उन्हें रन बनाने होंगे। गेंदबाजी में रंगाना हेराथ पर बडी जिम्मेदारी होगी। चाइनामैन लक्षण संदाकन और आफ स्पिनर दिलरुवान परेरा में से किसे जगह मिलती है यह देखना होगा।
दोनो टीमें इस प्रकार हैं
टीमें : भारत : विराट कोहली ( कप्तान ), अजिंक्य रहाणे, शिखर धवन, केएल राहुल, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, रोहित शर्मा, रिधिमान साहा, आर अश्विन, कुलदीप यादव, रविंद्र जडेजा, भुवनेश्वर कुमार, उमेश यादव, मोहम्मद शमी, ईशांत शर्मा।
श्रीलंका : दिनेश चांदीमल ( कप्तान), लाहिरु तिरिमन्ने, दिमुथ करुणारत्ने, सदीरा समरविक्रमा, निरोशन डिकवेला, दिलरुवान परेरा, रंगाना हेराथ, सुरंगा लकमल, लाहिरु गामेगे, धनंजय डिसिल्वा, एंजेलो मैथ्यूज, लक्षण संदाकन, विश्वा फर्नाडो, दासुन शनाका, रोशन सिल्वा।