बिलासपुर,जांजगीर-चांपा के युवकों के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से जुड़े होने की आशंका है। फिलहाल, पुलिस ने जम्मू-कश्मीर के बारामूला में एलओसी ट्रेडर्स के ठिकानों पर दबिश दी। वहां से कंप्यूटर का सीपीयू और हार्डडिस्क आदि को जब्त किया गया है। पिछले 11 दिनों से पुलिस की टीम आईएसआई के नेटवर्क का पता लगा रही है। वह दिल्ली के साथ ही जम्मू-कश्मीर के बारामूला तक पहुंच चुकी है। टीम को एनआईए के साथ ही मध्य प्रदेश एटीएस से भी महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। खुफिया इनपुट के आधार पर भोपाल एटीएस ने इसी साल फरवरी में सतना समेत कई अन्य जगहों पर दबिश दी थी। इसमें आईएसआई के नेटवर्क का पता चला था। इसके बाद से केंद्रीय खुफिया एजेंसी ने पूरे देश में अलर्ट जारी किया था। आईजी पीएस गौतम व एसपी मयंक श्रीवास्तव के निर्देश पर बिलासपुर की सिविल लाइन पुलिस तभी सक्रिय हो गई थी। पुलिस को सूचना मिली थी कि जांजगीर-चांपा निवासी संजय देवांगन की जम्मू-कश्मीर पुलिस को तलाश है। वह अपने सहयोगियों के साथ मिलकर आईएसआई के लिए काम करता है। पुलिस ने जानकारी जुटाकर संजय के साथ ही जांजगीर के अकलतरा निवासी मनींद्र यादव, अवधेश दुबे और धमेंद्र यादव को पकड़ कर पूछताछ की थी।
पता चला था कि सतना निवासी रज्जन तिवारी का मामा अकलतरा गांव में है और उसने कुछ समय पहले यहां आकर इन युवकों का बैंक अकाउंट खुलवाया था। फिर रज्जन उनके एटीएम कार्ड को लेकर चला गया था। इस बीच मनींद्र यादव व धर्मेद्र यादव को नौकरी दिलाने के लिए दिल्ली ले जाया गया। प्रशिक्षु आईपीएस शलभ सिन्हा व सिविल लाइन टीआई नसर सिद्दीकी ने बताया कि जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इन युवकों का आईएसआई से सीधा संपर्क था। संजय देवांगन का लिंक जम्मू-कश्मीर में पकड़े गए जासूस सतविंदर सिंह से पाया गया। दोनों के बीच बातचीत के साथ ही रुपयों का लेनदेन भी होता रहा है। इन आरोपियों को गिरफ्तार करने के साथ ही पुलिस ने दिल्ली में भी दबिश दी थी। वहां पता चला कि गिरफ्तार स्थानीय युवकों को आईएसआई के नेटवर्क से जोड़ने का जरिया रज्जन तिवारी था और उसने ही दिल्ली में अब्दुल जब्बार से उनकी मुलाकात कराई थी। पुलिस ने इस मामले में रज्जन तिवारी के साथ ही अब्दुल जब्बार को भी गिरफ्तार किया था। जांच में पता चला कि अब्दुल जब्बार कारोबार की आड़ में पाकिस्तानी एजेंट तक रकम पहुंचाता था। वह नजीर एंड कंपनी और आबिद ट्रेडर्स के संचालक आशु उर्फ पीर अशरद के लेटर पैड से सामान पाकिस्तान भेजता था। पीर अशरद बारामुला का रहने वाला है और एलओसी ट्रेडर्स का काम करता है। बीते 23 अगस्त को सिविल लाइन टीआई नसर सिद्दीकी व उनकी टीम ने दिल्ली पाहवा होटल में दबिश देकर पीर अशरद को गिरफ्तार किया था।
छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया खुलासा,पाक खुफिया एजेंसी से जुड़े हैं जांजगीर के युवकों के तार
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