लखनऊ,प्रदेश के किसानों की आय दोगुनी करने के लिए प्रदेश सरकार ने कृषक समृद्धि आयोग का गठन किया है। मुख्यमंत्री की अध्यक्षता वाले इस आयोग में समय-समय पर किसानों की समस्याओं पर चर्चा की जाएगी और उनको हल करने की पहल होगी। आयोग कृषि सहित उद्यान, रेशम, पशुपालन व मत्स्य उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से भी काम करेगा। इसको ध्यान में रखते हुए इन क्षेत्र के कृषि वैज्ञानिकों के अलावा प्रगतिशील किसानों को भी आयोग का सदस्य बनाया गया है ताकि इन क्षेत्रों में आने वाली समस्याओं की भी पूरी जानकारी मिल सके।
यह आयोग विविध जलवायु वाले क्षेत्रों का मूल्याकंन करते हुए राज्य में टिकाऊ और समान कृषि विकास को प्राप्त करने के लिए नीतियों को तैयार करेगा और फसलों के उत्पादन लागत में कमी करते हुए अधिक उत्पादन प्राप्त करने की दिशा में भी काम करेगा। फसलों के भण्डारण व उनके विपणन की व्यवस्था को भी सुदृढ़ करने, खेती से होने वाली आय के गिरावट के लिए उत्तरदायी कारणों का विश्लेषण कर किसानों की आमदनी बढ़ाने, राज्य की प्रमुख फार्मिग प्रणालियोंकी उत्पादकता, लाभप्रदता, टिकाऊपन और स्थिरता को बढ़ाने, कृषि के साथ ही औद्यानिकी, पशुधन, मत्स्य, मुर्गीपालन, सेरी कल्चर, कृषि वानिकी एवं दुग्ध विकास के लिए सुझाव देते हुए सामंजस स्थापित करने का काम करेगा।
मुख्यमंत्री होंगे अध्यक्ष-कृषक समृद्धि आयोग के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। इसमें कृषि मंत्री व नीति आयोग के सदस्य प्रो. रमेश चन्द्र को उपाध्यक्ष, मुख्य सचिव व कृषि उत्पादन आयुक्त को सदस्य व प्रमुख सचिव कृषि को सदस्य सचिव बनाया गया है।भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के उप महानिदेशक सरकारी सदस्य होंगे। इसी तरह अन्तरराष्ट्रीय चावल शोध संस्थान के डा. यूएस सिंह, आईसीआरआईएसएटी हैदराबाद के महानिदेशक, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व महानिदेशक मंगला राय, गिरि संस्थान लखनऊ के प्रो. सुरेन्द्र कुमार, आईआईएम लखनऊ के प्रो. सुशील कुमार व भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के पूर्व निदेशक डा. आरबी सिंह गैर सरकारी सदस्य होंगे।
इसके अलावा कृषक प्रतिनिधि के रूप में प्रगतिशील किसानों को रखा गया है। इसमें बाराबंकी के राम सरन वर्मा (केला, आलू व टमाटर), बांदा के प्रेम सिंह (वर्मी कम्पोस्ट व नवीन शस्य क्रियाओं के प्रेरक), वाराणसी के जय प्रकाश सिंह (किसान पौध प्रजातियों का संरक्षण), भारतीय किसान यूनियन मुजफ्फरनगर के धम्रेन्द्र मलिक (गन्ना), लखीमपुर खीरी के यशपाल सिंह (पशुपालन), महोबा के अरविन्द खरे ((जैविक खेती), बाराबंकी के मुउनुद्दीन (फूलों की खेती व निर्यात), देवरिया के वेद व्यास सिंह (अण्डा उत्पादक) व आजमगढ़ के जनार्दन निषाद (मत्स्य बीज व मत्स्य उत्पादन) को शामिल किया गया है। महिन्द्रा एवं महिन्द्रा व आईटीसी के प्रतिनिधि कारपोरेट प्रतिनिधि के रूप में शामिल होंगे।इनके अलावा प्रमुख सचिव सहकारिता विभाग, पशुधन, मत्स्य, उद्यान, रेशम, ऊर्जा, चीनी उद्योग, सिंचाई, लघु सिंचाई, वन विभाग व खाद्य रसद के साथ ही निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पादन मंडी परिषद व कृषि निदेशक विशेष आमंत्रित सदस्य होंगे।
किसानों की आय दोगुनी करने को यूपी में कृषक समृद्धि आयोग गठित
