देहरादून,मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने बुधवार को हरिद्वार, उत्तराखण्ड लोक सेवा आयोग के नव निर्मित परीक्षा भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने आयोग के नये परीक्षा भवन में डिजिटल इण्डिया को प्रोत्साहन देने के लिए प्रस्तावित कम्प्यूटर लैब के लिए दो करोड़ रूपये की धनराशि प्रदान किये जाने की घोषणा की। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि परीक्षा भवन मिलने से आयोग के कार्यों में गति आयेगी। उन्होंने कहा कि सभी परीक्षायें और परिणाम समय और लक्ष्य आधारित होंगे, इसका हमें विश्वास है। राज्य के युवाओं को आयोग का परीक्षा भवन होने से परीक्षा देने में काफी सुगमता होगी। प्रदेश तथा प्रदेश के बाहर से परीक्षा देने आने वाले अभ्यार्थियों को अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों को तलाशने की समस्या से भी राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवाओं का विभिन्न पदों पर चयन कर उन्हें सरकारी सेवक बनाना और राज्य के विकास के लिए कुशल अधिकारी राज्य को देने का महत्वपूर्ण कार्य आयोग के माध्यम से किया जाता है। उन्होंने कहा कि आयोग अपने इस महत्वपूर्ण कार्य को पूरी निष्पक्षता, पारदर्शिता से करता रहेगा और जनभावनाओं पर खरा उतरेगा ऐसा हमारा विश्वास है। मुख्यमंत्री ने पांच मंजिला नव निर्मित परीक्षा भवन का अवलोकन भी किया। आयोग के अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह बिष्ट ने बताया कि भवन का शिलान्यास 2009 में किया गया था। भवन की निर्माण लागत, व बैठने की क्षमता की जानकारी देते हुए बताया कि भवन की कुल निर्माण लागत 2478.35 लाख रूपये है। इसके एक भवन में 2100 परीक्षार्थियों को एक साथ बैठाकर परीक्षा सम्पन्न करायी जा सकती है। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक, विधायक सुरेश राठौर, आयोग की सदस्य श्रीमती छाया शुक्ला, जयदेव सिंह, संजय सिंह, पूर्व अध्यक्ष लोक सेवा आयोग डॉ. डीपी जोशी, उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति पीयूष कांत दीक्षित सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।