पटना,सोमवार को भारतीय राजनीति में खलबली मच गई क्योंकि पैराडाइज पेपर्स लीक मामले में देश के कई नेताओं और सेलिब्रेटी का नाम सामने आया। इन्हीं नाम में एक नाम बीजेपी के राज्यसभा सांसद रवींद्र किशोर (आरके) सिन्हा का भी आया। इसके बाद सिन्हा का कथित तौर पर नाम आने के बाद सिन्हा पत्रकारों के सवालों का जवाब देने से बचते दिखे। सोमवार को जब पत्रकारों ने उनसे इस बाबत सवाल पूछा तो वह चुप्पी साध गए। सवाल का जवाब देने की बजाए सांसद सिन्हा ने एक पर्ची पर मौनव्रत रखने की बात कह दी। बता दें कि पनामा पेपर्स के बाद अब पैराडाइज पेपर्स के जरिए विश्व के 180 देशों के कई अमीर और शक्तिशाली लोगों के गुप्त निवेश की जानकारी मिली है, जिसमें बीजेपी के राज्यसभा सिन्हा सहित 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं। दरअसल पैराडाइज पेपर्स उनके नाम होने के चलते जब मीडिया ने सवाल किया तो पहले तो उन्होंने सिर हिलाकर जवाब देने से मना कर दिया। इसके बाद पत्रकारों से एक पेन लेकर एक कागज में लिखा, ‘7 दिन के भागवत महायज्ञ में मौन व्रत है।’
2014 में बिहार से सांसद चुने गये आरके सिन्हा की गिनती पार्टी के अमीर नेताओं में होती है। पूर्व पत्रकार रवींद्र किशोर की कंपनी एसआईएस सिक्यॉरिटीज का नाम भी सामने आया है। दस्तावेज में दावा किया गया है कि इस कंपनी की विदेश में दो कंपनियां हैं। माल्टा रजिस्ट्री के रिकॉर्ड के मुताबिक एसआईएस सिक्यॉरिटीज की सहायक कंपनी एसआईएस एशिया पसिफिक होल्डिंग्स 2008 में माल्टा में रजिस्टर्ड हुई। सिन्हा की पत्नी रीत किशोर इस कंपनी की डायरेक्टर हैं।इसी के साथ एसआईएस इंटरनैशनल होल्डिंग्स लिमिटेड ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह में शामिल है जिसके एसएवीएचएल में 3,999,999(करीब 40लाख) शेयर हैं। माल्टा रजिस्ट्री से मिले 13 अक्टूबर 2008 के डॉक्यूमेंट के अनुसार, एसएवीएचएल के प्रत्येक एक यूरो के करीब 1499 साधारण शेयर माल्टा की पीसीएल इंटरनैशनल होल्डिंग्स लिमिटेड से एसआईएस इंटरनैशनल होल्डिंग्स लिमिटेड में ट्रांसफर हुए थे।
पैराडाइज पेपर्स के सवाल पर भाजपा सांसद ने कहा मैं मौनव्रत में हूं
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