छिन्दवाड़ा, मुश्किल परिस्थितियां में फंसे पांढुर्णा विकासखंड मोरगोंदी निवासी एक किसान की मंगलवार रात में अज्ञात कारणों से हुई मौत ने दबे चपके किसानों के घावों को फिर हरा कर दिया है। हालांकि किसान ने खुदकुशी नहीं की यह बात सामने आ रही है। मृतक के परिवार ने न तो मामले को लेकर कोई एफआईआर दर्ज कराई है और ना ही घटनास्थल से ऐसे कोई सबूत मिले हैं जिनसे यह अनुमान लगाया जा सके फिलहाल यही अनुमान लगाया जा सका है कि कर्ज व पारिवारिक जरूरतें पूरी ना कर सकने के दबाव में उसे अटैक आया होगा और उसकी मौत हो गई होगी। बहरहाल जिन परिस्थितियों में किसान की मौत हुई है। उसे देखकर यह अनुमान तथ्य पूर्ण लगता है। मौके पर तहसीलदार अभिषेक शर्मा एवं टीआई भूपेंद्र गुलबांके तथा कांग्रेस के कई नेता पहुंच गए थे। सबकी रात यही बनी कि मानसिक तनाव के कारण उसकी मौत हुई है।
ये है मृतक गोरख की दर्दनाक कहानी
मोरगेदी निवासी किसान गोरख पिता चतुर कवड़ेती 62 वर्षीय किसान था। जिसके पास मात्र दो एकड़ जमीन है, इसी पर फसल उगाकर वह परिवार का गुजारा चलाता था। उसे इलाहाबाद बैंक तिगांव शाखा से 1 लाख का किसान क्रेडिट कार्ड लोन 2013 में स्वीकृत हुआ था। मामले में दो दलालों ने उसे लोन दिलाने के मामले में 60 हजार रूपये हड़प लिए थे। जिसका मामला न्यायालय म ðं विचाराधीन था। सोमवार को ही कोर्ट ने दोनों दलालों के खिलाफ फैसला देते हुए उन्हें आरोपी बनाया था।
बेटी की शादी तय हो गई
मृतक की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से वह कर्जदार हो गया था और परेशान भी रहता था। इसी बीच उसकी बेटी की शादी तय हो जाने से वह भारी उलझन में बताया गया है। जिससे काफी दिनों से वह भारी तनाव में जी रहा था।
व्यापारी भी कर रहे थे शोषण
शनिवार को वह मंडी में डेढ़ क्विंटल फल्ली लेकर बेचने गया था। जहां व्यापारियो नें कुल 1400 रूपये बोली लगाई थी। निराश होकर वह बाजार में व्यापारी के यहां बेचेने गया जहां उसे कुल 2100रूपए ही मिले थे फलत: उसकी हिम्मत पूरी तरह टूट चुकी थी।
इनका कहना है…..
मामले में तहसीदार पांढुर्णा से चर्चा की गई तो उन्होंने बताया कि किसान की मौत तनाव के कारण हार्ट अटैक से हो गई ऐसा लग रहा है। वजह जो भी हो किसान के परिवार को मुख्यमंत्री सहायता कोष से मदद दिलाई जाएगी तथा उसकी बेटी की शादी भी शासन की योजना से कराई जाएगी।
अभिषेक शर्मा, तहसीलदार पांढुर्णा