रांची, राजधानी रांची में पहली बार आयोजित झारखंड माईंनिंग शो का आज समापन हो गया। तीन दिवसीय माईनिंग शो के अंतिम दिन आज तीन एमओयू हुए, जिसके तहत केंद्र सरकार के उपक्रम एमईसीएल द्वारा झारखंड में खनिज संपदा का पता लगाने के लिए पहला एमओयू हुआ, जबकि दूसरा एमओयू वेदांता समूह इस्पात संयंत्र की स्थापना और तीसरा एमओयू सीमेंट कारखाना स्थापित करने के लिए श्रीसीमेंट कंपनी के साथ हुआ।
नगर विकास मंत्री सी.पी. सिंह ने समापन समारोह को संबोधित करते हुए निवेशक राज्य के खनिज का उतना ही उपयोग करें, जितना जरुरत हो। उन्होंने इस संबंध में मधुमक्खी का उदाहरण देते हुए कहा कि मधुमक्खी बाग में लगे फूल से सिर्फ उतना ही रस लेती है, जिससे फूल भी पुष्पित-पल्वित होते रहे, यदि फूल का सारा रस चूस लिया जाए, तो बगीचे की क्या हालत होगी, सभी समझ सकते है।
केंद्रीय खान मंत्रालय के सचिव अरुण कुमार ने समापन समारोह को मुख्य अतिथि के रुप में संबोधित करते हुए कहा कि तीन वर्षां में झारखंड का तेजी से विकास हुआ है, निवेशकों का झारखंड के प्रति रुझान बढ़ा है और आने वाले समय में झारखंड को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने बताया क 2015 से जिन खनिज ब्लाक का आवंटन निविदा के माध्यम से किया गया है,उससे राज्य को 1.30हजार करोड़ करोड़ का फायदा होगा और सभी राज्यों को 90 हजार करोड़ का अतिरिक्त धन मिलेगा।