कोलकाता, भारत को अगले साल पता चलेगा कि फीफा अंडर-20 विश्व कप की मेजबानी उसे मिलेगी या नहीं। फीफा के अध्यक्ष गियानी इंफैनटिनो ने कहा कि अंडर-20 विश्व कप की मेजबानी पर फैसला 2018 में लिया जाएगा। इंफैनटिनो ने यह बयान को फीफा परिषद की बैठक के बाद दिया। फीफा अध्यक्ष ने कहा, एशिया में दो विश्व कप हुए हैं। दक्षिण कोरिया में अंडर-20 विश्व कप का सफल आयोजन किया गया था और अंडर-17 विश्व कप का भी आयोजन भारत में सफल रहा है। हमें अब 2019 में होने वाले विश्व कप की मेजबानी के लिए कई देशों से काफी दरख्वास्त आ रही हैं।
इंफैनटिनो ने कहा, इस पर फीफा प्रशासन फैसला लेगा और 2019 के मामले में परिषद के सामने अपना फैसला रखेगा। 2019 के बाद हो सकता है कि हम अपने टूर्नामेंट के प्रारूप को ही बदल दें। इसके बाद यह काफी देशों के लिए रोचक हो जाएगा। भारत ने 2019 में होने वाले अंडर-20 विश्व कप की मेजबानी के लिए अपनी दावेदारी पेश की है। वह इस समय अंडर-17 विश्व कप की मेजबानी कर रहा है। यह पहला मौका है जब भारत फीफा के किसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। फीफा मार्च-2018 में अंडर-20 विश्व कप के मेजबान देश की घोषणा कर सकता है।
फीफा अध्यक्ष से जब पूछा गया कि अंडर-17 विश्व कप की सफल मेजबानी, जहां दर्शकों की संख्या विश्व रिकार्ड बनने की तरफ है, के बाद भारत को एक और विश्व कप की मेजबानी मिलने की संभावनाएं क्या ज्यादा हैं? इस पर इंफैनटिनो ने कहा, मैं नहीं जानता। हां निश्चित तौर पर यह एक मुद्दा है जिस पर ध्यान दिया जाएगा। हालांकि, अन्य मुद्दे भी हैं। उन्होंने कहा, हम अगले साल की शुरुआत में 2019 अंडर 20 विश्वकप को लेकर फैसला ले सकते हैं और इसके बाद 2020 तथा अक्टूबर 2018 में बाकी फैसले लेंगे।”
इंफैनटिनो का कहना है कि भारत में फुटबाल का जुनून शानदार है और इससे सिर्फ इस देश को ही फायदा नहीं होगा बल्कि अगर भारत में फुटबाल का विकास होता है तो पूरे विश्व को फायदा होगा।
उन्होंने कहा, यह सिर्फ विश्व कप के आयोजन की बात नहीं है। यह अपनी छाप छोड़ने और हर भारतीय में फुटबाल की संस्कृति को विकसित करने की बात है। फीफा अध्यक्ष ने कहा, हमने देखा, जब सेमीफाइनल गुवाहाटी से कोलकाता स्थानांतरित किया गया तब टिकट सिस्टम खराब हो गया था क्योंकि हमारे पास टिकट के हजारों हजार आग्रह थे। ऐसे में आपको जुनून देखने को मिलता है, यही असली जुनून है।