मुंगावली,शासन द्वारा चलाई जा रहीं तमाम योजनाओं की उस समय पोल खुल गई जब आकासोद गांव की रामसखी बाई पति रामसेवक अहिरवार ट्रेन क्रमांक 51612 ट्रेन से मुंगावली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र जांच के लिये आ रही थी तभी मुंगावली और कंजिया के बीच इस महिला ने चलती ट्रेल में बच्चे को जन्म दिया। जो शासन की ग्रामीण स्तर पर तैनाथ आशा, आंगनवाडी एवं एएनएम कार्यकर्ता की लापरवाही को उजागर करती है। वहीं हद तो तब हो गई जब यह महिला ट्रेन में प्रसव हो जाने के बाद जब मुंगावली रेल्वे स्टेशन पहुंची तो इसके परिजन एवं अन्य लोगों के द्वारा जननी एवं 108 को कई बार कॉल किया गया पर यह वाहन ढ़ेड घण्टे बाद स्टेशन पहुंचे जब तक यह महिला प्लेटफार्म क्रमांक एक पर तड़पती रही। इस प्रकार ट्रेन में हुये इस प्रसव को देखें तो कही न कही प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रहीं तमाम योजनाओं की पोल खोलती नजर आ रही है।
महिला को किया जिला चिकित्सालय रैफर:
इस तरह बिता किसी देखरेख में प्रसव होने के बाद एवं घण्टों बिना किसी उपचार के प्लेटफार्म पर पड़ी रहने के बाद जब यह महिला सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पहुंची तो नवजात का स्वास्थ्य तो ठीक निकला पर जब चिकित्सकों ने मां कि जांच की तो इसका बीपी कम निकला जिसके बाद इसको जिला चिकित्सालय के लिये रैफर कर दिया वहीं नवजात स्वस्थ्य है।
इनका कहना है-
ट्रेन में डिलेवरी होने की जानकारी मिलने पर एम्बुलेंस को भेजा गया पर जब तक 108 से इस महिला को लेकर यह लोग अस्पताल ले आये जिसके बाद इसकी जांच की गई तो माँ एवं नवजात स्वस्थ्य थे पर थोडा बीपी कम था इसलिये सावधानी को ध्यान में रखते हुये महिला को जिला अस्पताल रैफर किया गया है।
डॉ. दिनेश त्रिपाठी मेडीकल ऑफीसर मुंगावली।