नई दिल्ली. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आती जा रही है वैसे-वैसे सियासी पारा भी चढऩे लगा है.सबसे हैरतअंगेज बात ये है कि महिलाओं को 10 फीसदी भी टिकट नहीं दिए गए हैं. हालांकि सभी दलों के चुनाव प्रचार की अग्रिम कड़ी में महिलाओं को ही शामिल किया गया है.
प्रचार के दौरान महिलाएं खासकर दमखम दिखाती दिखाई देने लगी हैं. सपा और कांग्रेस के लिए डिंपल यादव और प्रियंका गांधी की जोड़ी जनता के बीच पहुंच रही है. वहीं भाजपा के लिए स्मृति ईरानी, हेमा मालिनी और अनुप्रिया पटेल प्रचार की मजबूत कड़ी बन कर उभर रही हैं.
महिलाओं को आगे कर ‘लेडी लक’ के बूते धमाल करने का प्रयत्न कर रहे दल आधी आबादी को टिकट देने के मामले में कम से कम यूपी में तो कंजूस ही साबित हुए हैं,उन्हें महज 10 फीसदी हिस्सेदारी ही दी गई है.
इस बार भी सभी दलों के करीब-करीब सारे प्रत्याशियों की घोषणा हो गई हैं.अब कुछ ही प्रत्याशियों की घोषणा शेष होगी.
कहां क्या स्थिति
सबसे ज्यादा 42 महिला उम्मीदवार भाजपा ने 371 प्रत्याशियों की सूची मे दिए हैं. जिसमें 13 प्रत्याशी सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ेंगी. इस लिहाज से बीजेपी में महज 9 प्रतिशत महिला उम्मीदवार खड़े किए हैं.
वहीं कांग्रेस ने अब तक 68 उम्मीदवारों की सूची जारी की है जिसमें महज चार महिला उम्मीदवार हैं. दूसरी तरफ बसपा ने 401 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. बसपा ने भी महज 20 महिला उम्मीदवार को टिकट दिए हैं, जबकि इस पार्टी की मुखिया मायावती खुद एक महिला हैं. मायावती ने भी महज पांच फीसदी महिलाओं को टिकट दिया है. सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने अभी तक 324 उम्मीदवारों की सूची जारी की है. हालांकि कांग्रेस से गठबंधन के बाद वह 298 सीटों पर ही चुनाव लड़ेेगी, लेकिन अभी तक घोषित उम्मीदवारों में अखिलेश यादव ने 29 महिला उम्मीदवारों पर दांव आजमाया है.