पटना,बिहार विधान सभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को प्रवर्तन निदेशालय ने एक बार फिर 30 अक्टूबर को पूछताछ के लिये बुलाया है। उन्हें मंगलवार को बुलाया गया था, लेकिन वह पहुंचे नहीं। इस संबंध में प्रवर्तन निदेशालय के अधिकारियों का कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी अगर पूजा पाठ के नाम पर पूछताछ के लिए समय मांग रही हैं तो समझ में आता है, लेकिन तेजस्वी यादव, जो पिछले एक महीने से अधिक समय से दिल्ली में हैं, वह निश्चित रूप से बहानेबाजी कर बचने की कोशिश कर रहे हैं। अधिकारियों ने कहा कि इसके पहले तेजस्वी प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश हुए थे, लेकिन अधिकांश सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये थे। प्रवर्तन निदेशालय उनसे रेलवे के होटल के बदले जो जमीन ली गयी, उसके अलावा दिल्ली में अर्जित संपत्ति, जिसमें फ्रेंड्स कॉलोनी में एक कोठी शामिल है, उसके संबंध में जांच कर रहा है। हालांकि इन सभी मामलों में आयकर विभाग ने अधिकांश संपत्तियों को जब्त कर लिया है। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश नहीं होना तेजस्वी के लिए भारी पड़ सकता है। सूत्रों का कहना है कि अगर वह 30 अक्टूबर को पेश नहीं हुए तो उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है।