व्यवसायिक ड़्यावर्स न होने के कारण बैंक में ताला ड़ालने पहुंचा राजस्व अमला

मुंगावली, रविवार को राजस्व विभाग के द्वारा नगर में बिना व्यवसायिक ड़ायवर्सन के संचालित हो रहे अखाई मार्केट की लगभग पन्द्रह दुकानों को शील कर दिया जिसके बाद यहां के दुकानदारों ने कहा कि जब इस मार्केट में एसबीआई का बैक भी है तो उसको भी शील किया जाये जिसके बाद एसडीएम ने अपने अधिनस्थों को बेंक को शील करने भेजा परन्तु बैंक प्रबंधन के द्वारा शील्ड़ न करने के लिये एक आवेदन दिया एवं एक माह का किराया पन्द्रह हजार रूपये जमा कराये।
इस कार्रवाही को देखा जाये तो अखाई मार्केंट का शुभारंभ वर्ष 2002 में किया गया था जिजसमें कई दुकानदारों को इसके मालिक द्वारा दुकानें बेंच दी गई तो कुछ दुकानें किराये से दी गई हैं पर आज तके इनके द्वारा इस मार्केट का व्यवसायिक ड़ायवर्सन नही कराया गया जिसके लिये एसडीएम सुमनलता माहौर के द्वारा लगभग एक माह पहले नोटिस देकर इनके अपना पक्ष रखन को कहा गया पर इनके द्वारा नोटिस का जबाब नही दिया गया उसके बाद तहसीलदार नीना गौर ने भी नोटिस देकर जबाब मांगा पर इनके द्वारा कोई दस्तावेज प्रस्तुत नही किये गये जिसके बाद एसडीएम द्वारा इस मार्केंट के मालिक 43 लाख 75 हजार की वूसली का आदेश जारी किया है।
दो घण्टें तक बैंक में बैठीं रहीं एसडीएम तहसीलदार –
यह कार्रवाही सुवह ग्यारह बजे से चालू हुई जो साढ़े तीन बजे तक चलती रही और सबसे पहले राजस्व विभाग के अमले के द्वारा दुकानें शील की गई पर दुकानदारों के द्वारा विरोध किया गया तो एसडीएम एवं तहसीलदार बैंक को शील करने पहुचीं जहाँ बैंक के अधिकारियों के द्वारा इनको बैंक के अंदर लगभग दो घण्टें बैठाया एवं जब यह बैंक से बहार निकली तो इन्होंने बताया कि बैंक के द्वारा पन्द्रह हजार रूपये एक माह का किराया जमा कर दिया है। जिसके बाद कार्रवाही को बंद कर दिया गया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष तक पहुंचा मामला-
इस समय नगर एवं क्षेत्र पर राजनैतिक पार्टियों की कितनी नजर है उसका आंकलन इससे ही किया जा सकता है कि यह कार्रवाही जैसी ही चालू हुई वैसे ही इसकी जानकारी भाजपा हाईकमान तक पहुंच गई जिसके बाद उन्होंने पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष मलकीत सिंह संधू को इस मार्केट में भेजा। जिन्हेंने एसडीएम से चर्चा करके दुकानों के ताले खुलवायें वहीं इस दौरान भाजपा मण्ड़ल अध्यक्ष सितेन्द्र जैन भी मौजजूद रहे। इसके अलावा काग्रेस से सांसद प्रतिनिधि प्रधुमन सिंह दांगी, दीपक पालीवाल ने भी घटना स्थल पर पहुंचकर दुकानदारों की परेशानी जानी एवं अधिकारियों से बात की एवं समाधान निकालने की बात कही।
इनका कहना है-
नगर में बिना व्यवसायिक डायवर्सन के भवनों का व्यवसायिक उपयोग किया जा रहा है। जिसके चलते कार्रवाही की गई जो आगे भी जारी रहेगी। इसके लिये प्रदेश भर में अभियान चलाया जा रहा है जिससे की राजस्व की वसूली की जा सके।

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