मुंबई, मुंबई से लगे समुद्र तट में हाई स्पीड डीजल के एक टैंक पर आकाशीय बिजली गिरने से लगी आग को 48 घंटे से अधिक का समय बीत चुका है, लेकिन आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग का 50 सदस्यीय दल अब भी संघर्ष कर रहा है। दल का कहना है कि आग पर काबू करने में अभी और समय लग सकता है। बता दें कि गेटवे ऑफ इंडिया के निकट अरब सागर में लगभग आठ किलोमीटर की दूरी पर स्थित बुचर द्वीप पर शुक्रवार को आग लग गई थी। यह द्वीप भारत पेट्रोलियम निगम लिमिटेड (बीपीसीएल) के तेल टर्मिनल के रूप में काम करता है। आग इतनी तेज है कि वहां से दो किलोमीटर दूर रायगढ़ से आसमान में धुएं के गुबार देखे जा सकते हैं।
बीपीसीएल के कार्यकारी निदेशक मनोहर राव ने द्वीप पर जाते हुए बताया, हालात अब काबू में है और इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है, पर आग बुझने में समय लगेगा। मुंबई पत्तन न्यास के अग्निशामक कर्मी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक, आग प्रभावित टैंक की क्षमता करीब 40 हजार टन है, जिसमें हाई स्पीड ईंधन भरा हुआ था। करीब 25 फीसदी ईंधन आग में स्वाहा हो गया। दमकल विभाग का कहना है कि द्वीप पर शुक्रवार सुबह लगभग पांच बजे बिजली गिरी, जिसके बाद वहां आग लग गई। मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की एक टीम ने उस वक्त आग पर काबू पाने का प्रयास किया। इसके बाद मुंबई पत्तन न्यास की एक टीम को आग बुझाने में मदद करने के लिए स्पीड बोट से द्वीप पर भेजा गया। इस अभियान को करीब 20 घंटे हो चुके हैं। इस छोटे द्वीप को जवाहर द्वीप के नाम से भी जाना जाता है, जो मुंबई पत्तन न्यास का है और यहां से तेल टैंकरों से कच्चा तेल उतारा जाता है और उसके बाद उसे कंटेनरों में भरकर वडाला स्थित एक तेल रिफाइनरी में भेज दिया जाता है।