बुरहानपुर,जिला मुख्यालय से करीब 40 किमी दूर उमरदा ग्राम में तेंदूए के आतंक से ग्रामीण दहशतत में हैं तेंदूए ने खेत से दो गाय और दो बकरीयों का शिकार किया हैं और खेत में तेंदूए और उसके बच्चे के पंजे के पग मार्ग मिले है जिसे लेकर वन विभाग ने तेंदूए के आतंक से मुक्ति दिलाने के लिए कुछ स्थानों को चिंन्हीत कर पिंजरे लगाए हैं तो वहीं दूसरी ओर सरपंच मंगलाबाई पाटील ने गांव में 6 बजे के बाद बाहर निकले पर पाबंदी लगा दी है जिसकी गांव में मुनादी भी करा दी गई हैं। बुरहानपुर के उमरदा गांव व आसपास में इन दिनों तेंदूए की दहशत है तेंदूए ने अब तक ग्रामीणों के घर के बाहर बंधे मवेशियों को अपना निशाना बनाया है तेंदूए को पकडने के लिए वन विभाग ने फिलहाल तीन पिंजरे लगाए है लेकिन अबतक विभाग को कामयाबी नहीं मिली है, यहां शाम होते ही ग्राम के युवक हाथों में दंडे लेकर गांव की गलीयों में गस्त प्रारंभ कर देते हैं ग्रामीणों को अगर जरूरी रूप से खेतों में रात के समय पानी देने के लिए जाना पड रहा है तो यह किसान समूह में और मशाल लेकर खेतों में जा रहे है इन की मदद के लिए वन विभाग का गश्ती दल भी किसानों के साथ जा रहा है वन विभाग के अनुसार इस इलाके में तेंदूए परिवार होने की संभावना है तेंदूए की मां अपने बच्चों को शिकार करना सिखाती है इसी लिए तेंदूए मवेशियों को अपना निशाना बना रहे है फिलहाल विभाग ने पिंजरे को रख दिए है लेकिन कामयाबी नहीं मिलने पर इंदौर से एक्पर्ट टीम को कैमरों के साथ बुलाया गया है कैमरों से तेंदूए की मूवमेंट पता कर उसे टेंटूलाईज कर जंगल में छोडा जाएगा जिन ग्रामीणो की मवेशियों की क्षति पहुंची है उसे विभाग द्वारा नियमानुसार क्षतिपूर्ति दी जाएगी।