इंदौर, चोट से उबरने के बाद वापसी करने वाले आरोन फिंच के शतक और कप्तान स्टीव स्मिथ के साथ उनकी बड़ी शतकीय साझेदारी से आस्ट्रेलिया ने तीसरे एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में भारत के सामने 294 का लक्ष्य दिया है। हिल्टन कार्टराइट की जगह टीम में लिये फिंच दायें पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव के कारण पहले दो मैचों में नहीं खेल पाए थे लेकिन इंदौर के होलकर स्टेडियम में अनुकूल परिस्थितियों में उन्होंने 125 गेंदों पर 124 रन बनाये जिसमें 12 चौके और पांच छक्के शामिल हैं। भारत के खिलाफ फिंच के अलावा स्मिथ ने 63 रन और डेविड वार्नर ने 42 रन बनाये। लेकिन दूसरे छोर पर मध्यक्रम लडख़ड़ाने का सिलसिला यहां भी जारी रहा जिससे एक समय 350 रन तक पहुंचने की स्थिति में दिख रहा आस्ट्रेलिया 300 रन तक भी नहीं पहुंच पाया। भारत ने अंतिम दस ओवरों में आस्ट्रेलिया पर अंकुश लगाया और इस बीच केवल 59 रन देकर चार विकेट निकाले। भारत की तरफ से जसप्रीत बुमराह (52 रन देकर दो) और कुलदीप यादव (75 रन देकर दो) ने दो-दो विकेट लिए जबकि युजवेंद्र चहल और हॉर्दिक पंड्या ने एक एक विकेट हासिल किया। पिच सपाट थी, श्रृंखला में पहली बार टास ने स्मिथ का साथ दिया और आस्ट्रेलिया की वर्तमान में सर्वश्रेष्ठ सलामी जोड़ी ने अच्छी शुरूआत की थी।
कुल मिलाकर उसकी टीम अपनी रणनीति के अनुसार स्पिनरों का सामना करने और बड़ा स्कोर खड़ा बनाने के लिये आदर्श स्थिति में थी। होलकर स्टेडियम में पहली बार किसी भारतीय कप्तान ने टास गंवाया था। विराट कोहली भी इस विकेट पर पहले बल्लेबाजी करना पसंद करते। फिंच और वार्नर ने सतर्कता के साथ पारी की शुरूआत की और पहले विकेट के लिये 70 रन की साझेदारी की। भारत के खिलाफ अक्सर अच्छा प्रदर्शन करने वाले फिंच ने अपने कट, ड्राइव और स्वीप शाट का अच्छा नमूना पेश किया और दिखाया कि शीर्ष क्रम में वह आस्ट्रेलिया के लिये कितने उपयोगी हैं। वार्नर भी शुरू में गेंदबाजों को परखने के बाद लय पकड़ चुके थे। चहल पर लांग आन पर लगाया गया उनका सीधा छक्का आत्मविश्वास से भरा था लेकिन पंड्या की आफ कटर पर वह चूक गये जो उनकी गिल्लियां बिखेर गयी।
12 चौकों और 5 छक्कों के साथ लगाया शतक
ऑस्ट्रेलिया को डेविड वॉर्नर और एरोन फिंच कई वर्षों से शानदार शुरुआत दिलाते रहे हैं। फिंच पिंछली की चोट के चलते सीरीज के शुरुआती दो मैचों में नहीं खेल पाए थे। यह चोट उन्हें इंग्लिश काउंटी मैच के दौरान लगी थी। ऑस्ट्रेलिया भारत के खिलाफ दो मैच हार चुका था और इंदौर वनडे उसके लिए करो या मरो का मुकाबला बन चुके तीसरे वनडे में फिंच ने साबित कर दिया की उनका चयन करना टीम के लिए कही से भी नुकसानदायक साबित नहीं हुआ है। रविवार को होलकर मैदान में फिंच ने खूब रनों की फसल कटी। अकेले फिंच ने भी भारत के खिलाफ शतक लगाकर अपने इरादे साफ कर दिए। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम भारतीय गेंदबाजों विशेषकर स्पिनरों के सामने लड़खड़ा रहा था। लेकिन फिंच ने वापसी ने सब कुछ बदलकर रख दिया। वॉर्नर के साथ उन्होंने धीमी शुरुआत की, लेकिन जमने के बाद खुलकर स्ट्रोक्स लगाकर टीम के ताबड़तोड रना बनाना शुरु कर दिया। फिंच 61 गेंदों मे 6 चौकों और 1 छक्के की मदद से फिफ्टी तक पहुंचे थे, लेकिन इसके बाद उन्हें शतक तक पहुंचने में कम समय लगा। वे 110 गेंदों में 11 चौकों और 3 छक्कों की मदद से शतक तक पहुंचे। यह उनका भारत के खिलाफ 15 मैचों में दूसरा वनडे शतक है। यह उनका वनडे में आठवां शतक है। फिंच ने 125 गेंदों में 12 चौकों और 5 छक्कों की मदद से शानदार 124 रनों की पारी खेली।