इन्दौर, भारतीय टीम के बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन की जगह टीम इंडिया के लिए ओपनिंग कर रहे अजिंक्य रहाणे ने स्पष्ट किया है कि वो टीम के लिए किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने के लिए तैयार हैं और टीम में बल्लेबाजी क्रम को लेकर फिलहाल कोई समस्या नहीं है। चैन्ने में खेले गये पहले वन-डे में अजिंक्य रहाणे असफल साबित हुए थे, लेकिन कोलकाता वन-डे में उन्होंने अर्द्धशतक जमाया था। अपने वन-डे कॅरियर में रहाणे ने 81 मैच खेले है और उसमें से उन्होंने करीब 51 मुकाबालों में ओपनिंग की है।
शनिवार को भारतीय क्रिकेट अभ्यास सत्र के लिए करीब 1 बजे स्टेडियम पहुंची और अभ्यास से पहले अजिंक्य रहाणे ‘मीडिया’ से मुखातिब हुए। पत्रकारों से चर्चा के दौरान उन्होंने कहा कि परिस्थिति के अनुरूप खुद को तैयार करना सबसे अहम होता है। मैं किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकता हूँ, चाहे ओपनिंग करना हो, तीसरे, चौथे या पॉंचवें क्रम पर बल्लेबाजी करना हो। शिखर धवन की चौथे वन-डे में टीम में वापसी होती है, तो रहाणे टीम से बाहर बैठ सकते है। हालांकि अजिंक्य इससे कतैई चिंतित नहीं दिखे और वे केवल अपने खेल पर फोकस करना चाहते है। उन्होंने कहा कि ‘वे भविष्य के बारे में नहीं सोचते, जब भी उन्हें मौका मिलता है हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास ही करते है। भविष्य में क्या होगा, इस पर कोई विचार नहीं करता हूँ। मैं हर मैच में ही शतक लगा सकूं, ऐसा भी कभी नहीं सोचता। मेरे द्वारा बनाए गये 40-50 रन भी यदि टीम के काम आते हैं, तो यह अपने आप में महत्वपूर्ण होता है। जब शिखर धवन की वापसी होगी, तो क्या होगा? मुझे नहीं पता!
श्रीलंका दौरे से लौटने के बाद भारतीय टीम के इस दाएं हाथ के बल्लेबाज अजिंक्य रहाणे ने सचिन तेंदुलकर से भी कुछ टिप्स लिए थे। इस बात का खुलासा करते हुए अजिंक्य रहाणे ने कहा कि इससे उनका आत्मविश्वास बढ़ा है, क्योंकि सचिन ने उन्हें आस्ट्रेलिया के विरूद्ध मानसिक रूप से मजबूत बनने की नसीहत दी थी। उन्होंने कहा था कि हमेशा अपने खेल पर ही ध्यान देना, क्योंकि मौका कभी-कभी ही मिलता है। उन्होंने कहा कि आस्ट्रेलिया के विरूद्ध उन्होंने (सचिन) कई मैच खेले हैं। उन्होंने ही मुझे समझाया था कि आस्ट्रेलिया गेंदबाज किस लाइन-लेंथ से गेंदबाजी करते हैं। उनसे हुई सकारात्मक बातें और मिली अच्छी सम्मति का ही परिणाम है कि मेरा मनोबल काफी बढ़ा है। मेरी कोशिश यहीं रही, कि पहले मुकाबलों में जो गलतियॉं हुई, उसे न दोहराया जायें।
टीम में क्रमश: चौथे और पॉंचवे पायदान पर बल्लेबाजी करने वाले मनीष पाण्डे और केदार जाधव के ख़राब प्रदर्शन को लेकर रहाणे ने कहा कि इन दोनों ही खिलाड़ियों का श्रीलंका में प्रदर्शन बेहतर रहा है और टीम प्रबंधन भी पूरी तरह उनके साथ है। मनीष पाण्डे और केदार दोनों ही अच्छे खिलाड़ी है, उनमें आत्मविश्वास भरना जरूरी है। सफलता और असफलता चलती रहती है, हम अच्छी क्रिकेट और जीत का लक्ष्य लेकर ही मैदान पर उतरते हैं।
धवन से डर नहीं, किसी भी क्रम पर कर सकता हूँ बल्लेबाजी : अजिंक्य रहाणे
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