नई दिल्ली,अपनी फिल्म रईस का प्रमोशन करने मुंबई से अगस्त क्रांति एक्सप्रेस से दिल्ली जाने के लिए निकले फिल्म अभिनेता शाहरूख खान मंगलवार सबेरे दिल्ली तो पहुंच गए. लेकिन फिल्म प्रमोशन के उनके इस अलग अंदाज में सेमवार रात बड़ोदरा स्टेशन पर मची भगदड़ में एक शख्स फरीद खान की जान चली गई,इसे लेकर विवाद बढ़ रहा है. फिल्म प्रमोशन के इस तरीके को गलत कहा जा रहा है.
मृतक अपने किसी रिश्तेदार को स्टेशन पर उसी ट्रेन में बैठाने आया था, जिससे शाहरूख यात्रा कर रहे थे. शाहरूख की एक झलक देखने उमड़ी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को हल्का लाठी चार्ज करना पड़ा. उसी से भगदड़ शुरु हो गई,जिसमें उसकी जान चली गई. बड़ोदरा में हुई घटना के बाद मध्यप्रदेश के रतलाम रेलवे स्टेशन पर भाजयुमो कार्यकत्ताओं ने उनका विरोध किया. इधर,एक व्यक्ति की मौत तथा दो पुलिसकर्मियों समेत पांच अन्य के घायल होने के मामले की जांच के आज रेलवे ने आदेश दे दिये. शाहरूख फिल्म प्रचार के लिए मुंबई से अगस्त क्रांति एक्सप्रेस से दिल्ली जाने के सिलसिले में रात दस बज कर 22 मिनट पर बड़ोदरा पहुंचे के प्लेटफार्म 6 पर पहुंचे थे. ट्रेन जब रवाना हुई तो अफरातफरी मच गयी बल प्रयोग से जब स्थिति बिगड़ी उस समय फरीद खान शेरानी (47), पत्नी और बेटी के साथ वहां मौजूद थे, रेल पुलिस के दो कांस्टेबल जीतेन्द्र ठाकोर (51) और नगीन राणा (45) समेत पांच अन्य घायलों को भी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
फिल्म प्रचार के लिए ट्रेन के तीन एसी कोच बुक कराये गये थे. शाहरूख खान ने बाद में इस घटना पर दुख प्रकट किया. इधर, शाहरूख ने हादसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. मेरी दुआएं मृतक के परिवार के साथ है. शाहरुख के मुताबिक, मृतक की भतीजी उनके साथ ही ट्रेन में सफर कर रही थी. मृतक उससे स्टेशन पर मिलने आया, जब यह हादसा हो गया.