चंडीगढ़, डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की मुंहबोली बेटी हनीप्रीत के ड्राइवर प्रदीप ने एसआईटी से पूछताछ में अहम खुलासे किए हैं। पंचकूला हिंसा के आरोपी प्रदीप का दावा है कि हनीप्रीत नेपाल भाग चुकी हैं। नेपाल जाने से पहले वह प्रदीप के संपर्क में थीं। हनीप्रीत के नेपाल भागने की औपचारिक पुष्टि नहीं हुई है। प्रदीप को पुलिस ने राजस्थान के लक्ष्मणगढ़ से गिरफ्तार किया था।
सूत्रों के अनुसार, प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि प्रदीप ही हनीप्रीत को लेकर रोहतक से अन्य जगहों पर लेकर गया था। प्रदीप से मिली सूचनाओं के आधार पर ही हनुमानगढ़ (राजस्थान) से ओम प्रकाश नामक राजस्थान पुलिस के मुलाजिम की गिरफ्तारी हुई थी। ओमप्रकाश भी डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की सुरक्षा में तैनात था।
इससे पहले हरियाणा पुलिस ने हनीप्रीत को गिरफ्तार करने को लेकर बिहार पुलिस से भी संपर्क साधा था। नेपाल से सटे बिहार के सात-आठ जिलों में पुलिस को अलर्ट कर खास निर्देश दिए गए। इन इलाकों में हनीप्रीत के पोस्टर्स भी चिपकाए गए। पांच अगस्त के बाद से हनीप्रीत इंसान की कोई सूचना नहीं मिली है। हनीप्रीत पर आरोप है कि उसने साध्वियों से रेप के दोषी राम रहीम को पुलिस कस्टडी से छुड़ाने की साजिश रची थी। सूत्रों के अनुसार, प्रदीप ने जब हनीप्रीत को छोड़ा तो उसके बाद वह कुछ समय के लिए ओम प्रकाश के साथ थी। ओम प्रकाश ही हनीप्रीत को राजस्थान में कई जगह लेकर गया था। वह 26 अगस्त तक डेरे के संपर्क में था और बाद में राजस्थान के ऐतिहासिक शक्तिपीठ सालासर में जाकर छिप गया था। एसआईटी ने 15 सितंबर को ओम प्रकाश को गिरफ्तार कर लिया था।
इधर, पूरे मामले में आदित्य इंसान, विपासना और हनीप्रीत मुख्य सूत्रधार के रूप में सामने आ रहे हैं। यह बात भी सामने आई है कि हिंसा के बाद हनीप्रीत और विपासना के बीच बातचीत हुई थी। सूत्रों के अनुसार पुलिस जल्द ही डेरे की प्रबंधन कमिटी पर शिकंजा कस सकती है। उसे भी जांच में शामिल किया जा सकता है। इस कड़ी में इन दिनों डेरे का काम संभाल रही बिपासना से भी पूछताछ की जा सकती है। बिपासना ही गुरमीत राम रहीम के जेल जाने के बाद से डेरे का कामकाज संभाल रही है। डेरे में चले सर्च ऑपरेशन से पहले और बाद तक वही पुलिस के साथ तालमेल की जिम्मेदारी देख रही थी।