भोपाल,इनसे मिलिये, ये हैं होशंगाबाद के बाबरी घाट निवासी बी.के. हिन्दुस्तानी. घर नर्मदा से सटा है. बचपन नर्मदा के सान्निध्य में गुजरा. अपनी माँ तुल्य नर्मदा को मैला होते देख आक्रोशित रहे पर करें क्या सोचते रहे कि अकेला चना क्या भाड़ा झोंक सकता है. फिर मौका मिल गया. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नर्मदा संरक्षण अभियान में योगदान देने साइकिल से ही निकल पड़े. पिछले 43 दिन में 273 गाँव होकर एक हजार से अधिक किलोमीटर का सफर तय किया. हर जगह माँ नर्मदा के संरक्षण का संदेश दे रहे हैं.