अशोकनगर,स्कूलों में बच्चों को दंडित न करने से संबंध में कई बार आदेश जारी हो चुके हैं। इसके बाद भी शिक्षकों द्वारा छात्रों की पिटाई के मामले सामने आते रहते हैं। एक ऐसे ही मामले का वीडियो वायरल हुआ है। जिसमें शहर के त्रिलोकपुरी कालोनी स्थित ब्रिलिएंट पब्लिक स्कूल के संचालक बच्चों की पिटाई करते हुए दिखाया है। इस वीडियो में स्कूल परिसर का छत दिखाया गया है। इसमें कई बच्चों को मुर्गा बनाया गया है। इसके बाद स्कूल संचालक एक-एक करके मुर्गा बने बच्चों को डंडे से पीटता दिख रहा है।
मामले की जानकारी शिक्षा विभाग के डीेईओ आदित्य नारायण मिश्रा को लगी तो वह बुधवार दोपहर स्कूल पहुंचे लेकिन बुधवार को उक्त स्कूल बंद मिला। जिसके बाद जांच को जारी रखते हुए डीईओ द्वारा एक तीन सदस्यीय दल गठित किया गया। जिसने गुरुवार की सुबह नौ बजे त्रिलोकपुरी कालोनी पहुंचकर स्कूल का निरीक्षण किया और जिन बच्चों को मुर्गा बनाकर पिटाई लगाई गई थी उनके बयान लिए गए। जांच में सामने आया कि स्कूल संचालक द्वारा 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस मनाने के लिए छात्रों से 50-50 रुपये लाने को कहा गया था। जो छात्र शिक्षक दिवस पर रुपया लेकर स्कूल नहीं पहुंचे उनको अगले दिन बुधवार को स्कूल संचालक उम्मेद बरया द्वारा स्कूल की छत पर लेजाकर करीब आधा घण्टे तक मुर्गा बनाकर पीछे से डण्डा मारते हुए दोड़ाया गया। इस दौरान छात्र बुरी तरह से चीख पुकार करते रहे लेकिन स्कूल संचालक इनता बेकाबू था कि बेरहमी से पिटाई करने से बंद नहीं हुआ। छात्र बलवीर अहिरवार, सचिन जाटव, सतीष यादव एवं विनोद केवट ने बताया कि घर पर काम था, इसलिए हम शिक्षक दिवस पर स्कूल नहीं आए थे। जब अगले दिन स्कूल गए तो संचालक उम्मेद बरया द्वारा मुर्गा बनाकर हमारी पिटाई लगा दी। गौरतलब है कि शिक्षा विभाग ने बच्चों को नहीं पिटने की स्पष्ट शब्दों में हिदायतें दी हुई है। इसके बावजूद बच्चों को इस बेरहमी से पिटना शिक्षा विभाग के नियमों का उल्लंघन करना है।
स्कूल के शिक्षक एवं प्रिंसिपल के बयान दर्ज:
कार्रवाई के दौरान जांच समिति द्वारा स्कूल के प्रिंसिपल एवं शिक्षक जो उस समय मौजूद थे उनके भी बनाया लिए गए। स्कूल के प्रिंसिपल एवं शिक्षकों द्वारा भी बयान में बताया गया कि स्कूल संचालक द्वारा गलत किया गया है। हमने उन्हें ऐसा करने से रोकना चाहा लेकिन उन्होंनें हमारी एक नहीं सुनी और छात्रों की मुर्गा बनाकर पिटाई करते रहे।
एफआईआर दर्ज कराने की कार्रवाई जारी:
वायरल वीडियो एवं फोटो के सत्य पाये जाने पर डीईओ आदित्य नारायण मिश्रा द्वारा कार्रवाई करते हुए प्रतिवेदन तैयार कर स्कूल संचालक पर एफआईआर दर्ज कराये जाने की तैयारी की कार्रवाई की गई है साथ ही स्कूल की मान्यता रद्द करने की भी जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा जांच कराई जा रही है।
छोटे-छोटे कमरों में चल रहे स्कूल,
जिले में निजी स्कूल संचालक पालकों से मोटी रकम वसूल रहे है लेकिन अधिकांश स्कूलों में तय मापदंडों के अनुसार विद्यार्थियों को सुविधाएं नहीं दे रहे। नियमों का पालन भी नहीं किया जा रहा है। शहर के ही स्कूलों में बिना बीएड, डीएड किए शिक्षक विद्यार्थियों को पढ़ा रहे हैं। वहीं कुछ स्कूल छोटे-छोटे कमरों में संचालित हो रहे हैं, जबकि नियम यह है कि प्राइवेट स्कूल में बीएड, डीएड किए शिक्षक को ही पढ़ाने की मान्यता है। साथ ही विद्यार्थियों के बैठने के लिए भी पर्याप्त जगह होना चाहिए। साथ ही स्कूलों को अब एक संगीत शिक्षक, खेल शिक्षक, प्रयोगशाला सहायक और एक कार्यालय सहायक के साथ ही एक सलाहकार रखना जरूरी होगा जो मनोविज्ञान विष्या में स्नातक हो।