भोपाल, राजधानी के बरकतउल्लाह यूनिवर्सिटी (बीयू) में पदस्थ दस प्रोपफेसरों एवं एक असिस्टेंट डायरेक्टर को हटा दिया गया है। एक साल के लिए भर्ती हुए इन प्रोफेसरों को एचओडी ने कक्षाओं से आउट कर दिया है। 2014 में तत्कालीन कुलपति मुरलीधर तिवारी द्वारा नियुक्त दस प्रोफेसर और एक डिप्टी डायरेक्टर अरविंद कुमार को पूरी तरह बाहर कर दिया। पूर्व कुलपति श्री तिवारी के कारण वे बीयू में बने रहे थे। एचओडी सोमवार तक सभी कक्षाओं के टाइम टेबिल को कुलपति वर्मा को सौंपेंगे। अरविंद सहित दस प्रोफेसर की नियुक्तियों को लेकर वर्तमान कुलपति वर्मा ने सभी एचओडी को निर्देशित कर दिया है कि उन्हें अकेडमिक और टीचिंग का कोई भी कार्य नहीं सौंपे, अब वे विवि का हिस्सा नहीं रहे हैं। वे एक आम नागरिक की तरह विभाग में आ सकेंगे। सात प्रोफेसर रजिस्ट्रार उदय नारायण शुक्ला से मिलने पहुंचे थे। यहां प्रोफेसरों ने रजिस्ट्रार शुक्ला को हाईकोर्ट के स्थगन आदेश का हवाला देते हुए अपनी सेवाएं लगातार करने कहा था।
रजिस्ट्रार शुक्ला ने उन्हें बताया था कि नियुक्ति एक साल के लिए हुई थी। एक साल की अवधि निकलने के बाद हाईकोर्ट का स्थगन समाप्त हो गया है। जिन प्रोफेसरों को बाहर किया गया, उनमें हरीश तिवारी शारीरिक शिक्षा विभाग, एचओडी अखिलेश शर्मा, राजेश खांडे और पंकज राय बायोटेक्निलाजी, एचओडी अनिल प्रकाश माथुर, निधि सक्सेना स्टेंड सेल एचओडी विनय श्रीवास्तव, सुश्री अग्रवाल तुलनात्मक, भाषा एचओडी अच्छे लाल, मनीष यादव सोसलाजी, एचओडी अरविंद्र चौहान, अरविंद्र कुमार (डिप्टी डायरेक्टर), निदेशक कालिका यादव, रेणू चौधरानी फिजिक्स साधना सिंह सहित कम्प्यूटर साइंस और जेनेटिक्स के एक-एक प्रोफेसर शामिल हैं।
HOD ने दस प्रोफेसरों को किया बीयू से आउट,एक साल के लिए हुई थी भर्तियां
