नईदिल्ली,मोदी मंत्रिमंडल का रविवार को तीसरा विस्तार किया गया.जिसमें चार राज्य मंत्रियों धर्मेंद्र प्रधान,पियूष गोयल,निर्मला सीतारमण और मुख्तार अब्बास नक़वी को पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.जबकि नए मंत्रियों में शिवप्रताप शुक्ल,अश्वनी चौबे,वीरेंदर कुमार,अनंत कुमार हेगड़े,आर के सिंह,गजेंद्र सिंह शेखावत,हरदीप पूरी सत्यपाल सिंह और अल्फोंस कंथनम को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. नए राज्य मंत्रियों में सबसे पहले शिव प्रताप शुक्ल ने शपथ ली। जिसके बाद अश्विनी कुमार चौबे, वीरेंद्र कुमार, डॉ. वीरेंद्र कुमार, अनंत कुमार हेगड़े, राजकुमार सिंह, हरदीप सिंह पुरी, गजेंद्र सिंह शेखावत, सत्यपाल सिंह और अल्फोंस कन्ननथनम ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।
सहयोगी दलों की सरकार में भागीदारी को लेकर शनिवार शाम तक असमंजस बना रहा। जदयू और शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया था कि शनिवार शाम तक उन्हें इसकी कोई जानकारी नहीं दी गई है। बिहार के मुख्यमंत्री और जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार ने पटना में कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में मुझे मीडिया से जानकारी है। शिवसेना के अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने भी कहा कि विस्तार के बारे में किसी से कुछ नहीं पूछा है। न हमें कोई संदेश मिला है।
शुक्रवार की रात संघ प्रमुख मोहन भागवत से चर्चा के बाद भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने शनिवार को वरिष्ठ पदाधिकारियों और कुछ मंत्रियों के साथ सलाह की। रात में उन्होंने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर शुक्रवार को भी केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी विचार-विमर्श में जुटे थे। शनिवार की शाम गडकरी ने एकांत में जाकर प्रधानमंत्री से मुलाकात की।
मंत्रिमंडल विस्तार में आईएएस और आईपीएस भी
शिव प्रताप शुक्ल : उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सदस्य। आठ वर्षो तक राज्य सरकार में मंत्री रहे हैं। आपातकाल के दौरान 19 महीने जेल में रहे।
अश्विनी कुमार चौबे : बिहार के बक्सर से लोकसभा सदस्य। राज्य सरकार में आठ वर्षो तक मंत्री रहे। जेपी आंदोलन से राजनीति की शुरुआत।
राजकुमार सिंह : 1975 बैच के पूर्व आइएएस अधिकारी। बिहार के आरा से लोकसभा में। केंद्रीय गृह सचिव और रक्षा उत्पादन सचिव रहे हैं।
वीरेंद्र कुमार : मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ से सांसद। दलित नेता कुमार छह बार सांसद और कई संसदीय समितियों के सदस्य रहे हैं।
अनंत कुमार हेगड़े : कर्नाटक के उत्तर कन्नड़ से लोकसभा में। 28 साल की उम्र में पहली बार सांसद बनने के बाद लोकसभा में यह पांचवीं पारी है।
हरदीप सिंह पुरी : 1974 बैच के आइएफएस अधिकारी। संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों में भारत के राजदूत रहे। हिंदू कॉलेज, दिल्ली में पढ़ाई के समय जेपी आंदोलन में सक्रिय रहे हैं।
गजेंद्र सिंह शेखावत : जोधपुर, राजस्थान से लोकसभा सदस्य। टेक्नो-सैवी और प्रगतिशील किसान माने जाते हैं। बास्केट बॉल के राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।
सत्यपाल सिंह : उत्तर प्रदेश के बागपत से अजीत सिंह को हराकर सांसद बने। 1980 बैच के आइपीएस अधिकारी सिंह मुंबई, पुणे और नागपुर के पुलिस आयुक्त रह चुके हैं।
अल्फोंस कन्ननथनम : 1979 बैच के आइएएस अफसर और केरल के भाजपा नेता। 1989 में उनके डीएम रहते कोट्टायम सौ फीसद साक्षरता वाला देश का पहला शहर बना था।