चंडीगढ़, डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम के रोहतक की सुनारिया जेल में पहुंचने से वहां के कैदियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। राम रहीम को लेकर जेल में इतनी सतर्कता बरती जा रही है कि पिछले एक सप्ताह से कैदियों को किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा। जेल प्रशासन के इस रवैये से खफा बंदियों ने हड़ताल कर दी है।
रोहतक जेल के इन हालात का खुलासा पेशी के लिए बाहर आए एक कैदी ने किया। बताया जाता है कि कारौर ग्राम का निवासी अनिल रोहतक की सुनारिया जेल में हत्या के एक मामले में बंद है। इस मामले की सुनवाई अदालत में चल रही है। दो दिन पहले अनिल को पेशी के लिए कोर्ट में लाया गया। इस दौरान उसने अपने वकील को बताया कि 26 अगस्त को राम रहीम को जेल में लाने पर जेल प्रशासन ने एक बैरक खाली करा दिया। उस बैरक में रह रहे 13 कैदियों को दूसरे बैरक में भेज दिया। राम रहीम की सुरक्षा के मद्देनजर जेल प्रशासन किसी भी कैदी को उसके परिजन से नहीं मिलने दे रहा है।
इस जेल की क्षमता 1300 कैदियों की है, जबकि इसमें करीब डेढ़ हजार कैदी बंद हैं। बताया जाता है कि जेल में अव्यवस्था का बोलबाला है। बड़ी संख्या में कैदियों को चादर और कंबल जैसी मूलभूत चीजें भी नहीं दी जा रही हैं। राम रहीम को इस जेल में रखे जाने की वजह से यहां पहले से रह रहे कैदियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस मामले में जेल प्रशासन से अनेक शिकायतों के बाद भी जब समस्या नहीं सुलझी तो कैदियों ने आंदोलन शुरू किया है।
सुनारिया जेल में गुरूमीत की सुरक्षा से परेशान कैदियों की हड़ताल
