बुरहानपुर,बुरहानपुर के नेपा पेपर मिल के कर्मचारियों को पिछले 3 माह से वेतन प्राप्त नहीं हुआ है। फरवरी 2016 से मई 2017 तक कर्मचारियों को 50 फीसदी वेतन ही दिया जा रहा था। जिसके कारण आठ करोड़ से ज्यादा कर्मचारियों का प्रबंधन पर बकाया है। मई 2017 के बाद से जो 50 फीसदी वेतन भी कर्मचारियों को नहीं दिया जा रहा है। जिसके कारण कर्मचारियों में रोष व्याप्त है।
उल्लेखनीय है, नेपानगर की अर्थव्यवस्था नेपा लिमिटेड पर निर्भर है। कर्मचारियों के सामने राशन, बिजली के बिल, बच्चों की स्कूल की फीस जैसे महत्वपूर्ण खर्च के लिए भी वेतन नहीं मिल पाने के कारण यहां कर्मचारियों में भारी नाराजी देखने को मिल रही है। रक्षा बंधन, जन्माष्टमी, 15 अगस्त और अब गणेश उत्सव का त्यौहार बीत गया है। उसके बाद भी फैक्ट्री प्रबंधन से कर्मचारियों को वेतन नहीं मिलने के कारण कभी भी कोई अप्रिय घटना यहां पर हो सकती है।
कर्मचारी संगठनों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कर्मचारियों का करीब आठ करोड़ रुपया कंपनी के ऊपर बकाया है। प्रतिमाह 1 करोड़ 25 लाख़ रूपए का वेतन यहां बट़ता है । जो पिछले 3 माह से नहीं बटा है। केंद्र सरकार द्वारा नेपा लिमिटेड को पुनर्जीवित करने के लिए 285 करोड़ रुपए स्वीकृत हुए थे। इसमें से फैक्ट्री प्रबंधन 157 करोड़ रुपया केंद्र सरकार से ले चुका है। 128 करोड रुपए बैंकों से ऋण के रूप में लेना था। इस सब के बावजूद भी नेपा लिमिटेड के अधिकारी, कर्मचारियों के साथ धोखाधड़ी कर केंद्र सरकार से मिली हुई राशि की बंदरबांट करने में लगे हुए हैं।