नई दिल्ली,ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने आज कहा कि भविष्य में चैम्पियन पैदा करने के लिये देश में खेल संस्कृति को बढावा देने की जरूरत है। बीजिंग ओलंपिक 2008 में 10 मीटर एयर राइफल में स्वर्ण जीतने वाले बिंद्रा ने कहा ,‘‘ खेल संस्कृति, जानकारी और आधुनिक बुनियादी ढांचे के बगैर चैम्पियन नहीं बनाये जा सकते।
खेल संस्कृति की शुरूआत माता पिता से होनी चाहिये जिन्हें सप्ताह में कम से कम एक बार बच्चों के साथ खेलना चाहिये । सिनेमा या घूमने जाने की बजाय मैच देखने जाना चाहिये ताकि खेलों की अहमियत का अहसास बचपन से हो।’’ उन्होंने नीति आयोग द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में अपने ओलंपिक सफर का अवलोकन करते हुए कहा,‘‘ खेल संस्कृति के अलावा अभ्यास, उपकरणों और आहार की जानकारी भी जरूरी है। इसके साथ ही आधुनिक बुनियादी ढांचा होना चाहिये ताकि खिलाड़ी अपने देश में अभ्यास कर सकें।’’
उन्होंने कहा ,‘‘ मेरा प्लान ए हमेशा से भारत में अभ्यास करना था लेकिन बुनियादी ढांचे के अभाव में मेरा प्लान बी ही प्लान ए बन गया और मुझे विदेश जाना पड़ा। इसके साथ ही यह भी जरूरी है कि खिलाडिय़ों को लालफीताशाही से ना जूझना पड़े। हमें ओलंपिक खेलों का महत्व समझना होगा जैसे चीन ने समझा और आज खेलों की महाशक्ति है।’’ अपने 22 साल के कैरियर में पांच ओलंपिक खेल चुके बिंद्रा ने पिछले साल रियो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद खेल को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अपने ओलंपिक सफर के बारे में कहा कि उतार चढाव वाले कैरियर में हालात के अनुकूल ढलना और खराब दिन भी खेल का ही एक हिस्सा है।