रायगढ़,शहर के भीतर खासकर सार्वजनिक स्थानों हाट बाजार तथा वार्डाे के गली मोहल्लों में नियमित साफ-सफाई नही होनें तथा रोजाना दवा का छिडकाव नही होनें के कारण जानलेवा डेंगू का कहर धीरे-धीरे पैर पसारने लगा है। पिछले कुछ दिनों के दौरान डेंगू के करीब ७ संदिग्ध मरीजों को चिन्हांकित किया जा चुका है। जिनमें से कुछ की स्थिति गंभीर बताई जाती है। सबसे महत्वपूर्ण बात तो यह है कि जिन लोगों में डेंगू के वायरस पाए गए है उनमें से अधिकांश लोग शहर के दैनिक सब्जी मंडी संजय काम्पलेक्स तथा नगर निगम कार्यालय के आसपास के ही रहवासी है। जबकि कुछ लोगों को सब्जी मंडी में खरीददारी के दौरान इस प्रकोप में जकड़ लिया। पिछले कुछ दिनों के दौरान निगम कार्यालय के सामने स्थित ममता मेडिकल और सोनालिया ज्वेलर्स के आसपास निवासरत लोगों में ही ये लक्षण पाए गए हैं जो कहीं न कहीं संजय काम्पलेक्स सब्जी मंडी में साफ-सफाई तथा दवा छिडकाव में लापरवाही की ओर ईशारा करतें है। पिछले तीन दिनों के दौरान जहां इसी क्षेत्र से ४ से ५ लोग डेंगू का शिकार हुए हैं इसी क्रम में आज भी इसी क्षेत्र में निवासरत तीन लोगों में डेंगू वायरस के पॉजीटिव होनें के लक्षण पाए गए हैं। बताया जाता है कि इनमें से विनय अग्रवाल , उनकी मां तथा शरद अग्रवाल को तेज बुखार आने तथा बुखार नही उतरने के कारण जिंदल अस्पताल में ले जाकर भर्ती कराया गया जहां रक्त परीक्षण करने पर इन तीनों में डेंगू वायरस के लक्षण मिलें हैं। जिसके बाद उसी अस्पताल में ही तीनों का उपचार चलने की जानकारी मिली है। दूसरी ओर निगम प्रशासन संबंधित क्षेत्र में दवा छिडकाव शुरू करने का दावा तो कर रहा है मगर इससे बीमारी के प्रकोप में कोई रोकथाम होता नजर नही आता। सबसे अहम बात यह है कि शहर के बीचों बीच ह्दय स्थल पर यदि डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है तो ऐसी स्थिति में शहर में फिर कौन सुरक्षित है। निगम प्रशासन और जिला प्रशासन दोनों को संयुक्त रूप से इस दिशा में सार्थक पहल करने की जरूरत है।
हर रोज हो रहा दवा छिड़काव-निगम
मच्छर के प्रकोप से निबटने हर रोज वार्डों में दवा छिडक़ाव व विशेष सफाई अभियान चलाया जा रहा है। गुरुवार को संजय काम्पलेक्स परिसर व गुजराती पारा में विशेष सफाई अभियान चलाकर साफ-सफाई करने के साथ दवा छिडक़ाव कराया गया।
पार्षद व नागरिकों का प्रमाण जरूरी-आयुक्त
निगम आयुक्त विनोद पाण्डेय ने बताया कि दवा छिडक़ाव वार्डवार रोस्टर अनुसार हर रोज किया जा रहा है। वार्ड में सहीं तरीके से दवा का छिडक़ाव हुआ है या नहीं इसके लिए पार्षद व नागरिकों से प्रमाण-पत्र लेने संबंधित व्यवस्था भी की गई है। छिडक़ाव करने वाले कर्मी पार्षद से मिलते हैं और उनके निर्देशानुसार दवा का छिडक़ाव करते हैं। दवा छिडक़ाव होने पर पार्षद के हस्ताक्षर व सील युक्त प्रमाण पत्र और नागरिकों के नाम व पते सहित हस्ताक्षर युक्त प्रमाणीकरण संबंधित व्यवस्था की गई है, जो निरंतर जारी है।
शहर में धीरे-धीरे पैर पसार रहा जानलेवा डेंगू, तीन और लोगों में मिले वायरस के लक्षण
