भायंदर, पनवेल महानगरपालिका चुनाव के बाद अब भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर मीरा-भायंदर मनपा चुनाव में अपना परचम लहराते हुए वर्चस्व की लड़ाई जीत ली है. मनपा की 95 सीटों में से 61 सीट जीत कर भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है और बिना किसी के सहयोग से अपने बलबूते यहां भाजपा की सत्ता बनने वाली है. बता दें कि रविवार को मीरा-भायंदर महानगरपालिका की ९४ सीटों के लिए कड़ी सुरक्षा के बीच चुनाव संपन्न हुआ. एक सीट पहले ही कांग्रेस निर्विरोध चुनकर आ गई थी. भारी बारिश के बावजूद ४७ प्रतिशत मतदान हुआ था. इस चुनाव में मुख्य रूप से शिवसेना एवं भाजपा के बीच मुकाबला था क्योंकि दोनों पार्टियां केंद्र एवं राज्य में सत्ता में भागीदार होने के बावजूद अपने दम पर चुनाव लड़ रही थी. सोमवार सुबह जब मतों की गिनती शुरू हुई भाजपा शुरू से ही बढ़त बनाए हुए थी. आखिरकार 95 सीटों में से भाजपा ने 61 सीटों पर जीत हासिल कर अपने बलबूते मनपा में सत्ता बनाएगी. इस चुनाव की खास बात यह है कि पिछले चुनाव यानि वर्ष 2012 में हुए मनपा चुनाव में 26 सीट जीत कर दूसरे क्रमांक पर रही राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का तो सूपड़ा ही साफ हो गया और इस बार पार्टी का खाता तक नहीं खुल पाया. यही हाल महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) तथा बहुजन विकास आघाडी (बविआ) का रहा. पिछले चुनाव में 3 सीट जीतने वाली बविआ तथा 1 सीट जीतने वाली मनसे अपना खाता तक नहीं खोल पाई. उधर मनपा में सत्ता बनाने का दावा करने वाली शिवसेना को जरूर इस चुनाव में फायदा मिला. पिछले चुनाव में जहां शिवसेना को १४ सीटें मिली थी वहीं इस चुनाव में उसने २२ सीटों पर जीत दर्ज की है. जबकि कांग्रेस को नुकसान उठाना पड़ा है. पिछले चुनाव में कांग्रेस को 19 सीटें मिली थी. इस बार उसे महज 10 सीटों पर ही जीत हासिल हो पाई है. यानी उसे 9 सीटों का नुकसान उठाना पड़ा. बहरहाल मनपा चुनाव में मिली भारी सफलता से भाजपा खेमे में उत्साह का माहौल है वहीं शिवसेना मायूस नजर आ रही है.
मीरा-भायंदर मनपा पर खिला कमल, शिवसेना की सीटें बढ़ी
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