पटना, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने विरोधियों को चुनौती देते हुए कहा, अगर किसी माई के लाल में दम है तो ये साबित कर दे कि मैंने सृजन घोटाले के आरोपियों से कोई फायदा उठाया है। अगर यह साबित हो जाए तो मैं कोई भी सजा भुगतने को तैयार हूं। गिरिराज सिंह ने एक समाचार चैनल से कहा कि सार्वजनिक जीवन में विभिन्न कार्यक्रमों में आना-जाना लगा ही रहता है।
गिरिराज से जब ये पूछा गया कि बिहार सरकार के सहकारिता मंत्री के तौर पर सृजन के कार्यक्रम में भाग लेना तो समझ में आता है, लेकिन क्या मनोरमा देवी के निजी कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति उन लोगों से उनकी नजदीकी नहीं दर्शाता? इस पर उन्होंने कहा कि सिर्फ फोटो के आधार पर किसी व्यक्ति को गुनहगार या आरोपी नहीं बनाया जा सकता, खासकर तब जब वह व्यक्ति राजनीति और सार्वजनिक जीवन में सक्रिय हो। गिरिराज ने सवालिया लहजे में कहा कि क्या इससे किसी व्यक्ति की संलिप्तता साबित होती है।
यह पूछे जाने पर कि सीबीआई जब इस मामले की जांच शुरू करेगी तब क्या वह उसके सामने उपस्थित होंगे? इस पर गिरिराज सिंह ने कहा कि यह भविष्य की बात है, लेकिन सीबीआई को पूछताछ करने के लिए कोई आधार होना चाहिए और मेरे हिसाब से मात्र किसी संस्था के कार्य्रक्रम में जाने या किसी व्यक्ति के साथ फोटो के आधार पर सीबीआई मुझे पूछताछ के लिए नहीं बुलाएगी।
इससे पूर्व पिछले हफ्ते इस मामले के प्रकाश में आने के बाद गिरिराज सिंह ने कहा था की किसी व्यक्ति के माथे पर ये नहीं लिखा होता कि वो घोटाला कर रहा है या घोटाले को अंजाम देने वाला है। इसलिए मात्र फोटो के आधार पर मेरे ऊपर शक करना वाजिब नहीं है। पिछले दो दिनों के दौरान गिरिराज सिंह के कई फोटोग्राफ सार्वजनिक हुए हैं, जिनमें वो मनोरमा देवी और उनके बेटे अमित कुमार के साथ उनके निजी कार्यक्रम में भी शामिल हुए। ऐसा उन्होंने बिहार सरकार और केंद्र में मंत्री बनने के बाद भी किया। ये फोटो और वीडियो सामने आने के बाद गिरिराज विरोधियों के निशाने पर हैं। इस मामले में अब तक 18 लोग गिरफ्तार हो चुके हैं।
मात्र फोटो के आधार पर सृजन घोटाले में मेरे ऊपर शक करना वाजिब नहीं-गिरिराज सिंह
