सीहोर, सीहोर में नव निर्मित ट्रामा सेंटर में भाजपा नेता और डॉक्टर के बीच हुए विवाद के फलस्वरूप गुरुवार को जिला अस्पताल के 21 डॉक्टरों ने कार्य करने में असमर्थता जताते हुए कलेक्टर सीहोर को सामूहिक इस्तीफे सौंपकर हड़ताल पर चले गए. जिससे स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा गई. जिसके बाद इछावर और अमलाहा से डॉक्टरों को बुलाकर जिला अस्पताल की व्यवस्था का संचालन शुरु किया गया है. डॉक्टरों का एक दल जन सेकेट्री मप्र मेडिकल बोर्ड डॉक्टर माधव हसानी के साथ मुख्यमंत्री से मिलने भोपाल भी गए हुए है. इधर भाजपा नेता भी पीडि़त दलित छात्र और उनके परिजनों को लेकर सीएम से मिलने और मामले की जानकारी देने भोपाल गए हैं.
जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष सांसद प्रतिनिधि जसपाल सिंह अरोरा और जिला अस्पताल में पदस्थ डॉ डीएस सुमन के बीच विवाद का पटाक्षेप कोतवाली में हुए राजीनामें के बाद आज फिर उभरकर सामने आ गया, जिसमें आज डॉक्टरों ने सामूहिक इस्तीफे सौंप कर काम बंद कर दिया जिसके चलते मरीजों को पेरामेेडीकल स्टाफ द्वारा संभाला गया.
बताया जाता है कि आज सुबह इन्दौर से प्रदेश चिकित्सासंघ के पदाधिकारी डॉ माधव हसानी के नेतृत्व में सीहोर आए और उन्होंने डॉक्टरों से चर्चा की. इस चर्चा के बाद डॉक्टरों ने अपने अपने इस्तीफे देने का निर्णय लिया. आज ड्यूटी पर तैनात 21 डॉक्टरों द्वारा कार्य करने में असमर्थता व्यक्त करते हुए अपने अपने इस्तीफे कलेक्टर डॉ सुदाम खाड़े को सौंप दिए. शेष 6 छुट्टी पर गए डॉक्टरों द्वारा भी इस्तीफे दिए जाने की अपुष्ट सूचना है जिस पर शासन क्या निर्णय लेता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा. इसके बाद डॉक्टरों की एक टीम भोपाल गई जिसमें प्रदेश चिकित्सा संघ के पदाधिकारी शामिल हुए इन्होंने सीएम शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात कर जसपालसिंह अरोरा पर सख्त कार्रवाई और निष्कासन की मांग की.