अहमदाबाद, गुजरात राज्यसभा चुनाव में दो वोटों को रद्द किए जाने की मांग पर फैसला दे दिया है. कांग्रेस के दो वोट निरस्त किए जाने की मांग स्वीकार कर ली है. कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम के नेतृत्व में आयोग से मिला था. उधर, बीजेपी के प्रतिनिधिमंडल ने वित्त मंत्री अरुण जेटली, रविशंकर प्रसाद और पीयूष गोयल के नेतृत्व में चुनाव आयोग से मुलाकात करके जल्द मतगणना की मांग की है. कांग्रेस के आरोपों को बीजेपी निराधार बता रही है.दरअसल,कांग्रेस के दो विधायकों भोला जी भाई और राघवजी भाई ने भाजपाध्यक्ष अमित शाह को खुलेआम दिखाकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल हुए बलवंत राजपूत को वोट डाला था। जिसकी शिकायत चुनाव आयोग को की गई थी। इसी शिकायत की जांच के बाद आयोग यह दोनों वोट रद्द कर दिए हैं। इधर,विधानसभा के 176 सदस्यों ने ही वोट डाला जबकि सदस्यों की कुल संख्या 182 है। गौरतलब है राजपूत कांग्रेस एमएलए थे जो हाल में भाजपा में शरीक हुए थे। जिसके तत्काल बाद उन्हें भाजपा ने राज्यसभा का प्रत्याशी बना दिया।
रात 1.55 नतीजे घोषित,शाह स्मृति-पटेल जीते
उधर,आयोग द्वारा दो बागियों के वोट रद्द किये जाने के बाद वोटों की गिनती का काम शुरू हुआ बदली स्थिति में एक सदस्य को कम से कम चुनाव जितने के लिए 44 वोट चहिये थे। जिसका फायदा अहमद पटेल को मिला और वे पांचवी बार राज्यसभा पहुंच गए। भारी खींचतान के बीच रात 1.55 बजे नतीजे घोषित किये गए अमित शाह को 46 स्मृति ईरानी को 45 और अहमद पटेल को 44 वोट मिले। जैसा की पता है कुल 176 वोट पड़े थे.