इंदौर, बॉम्बे हॉस्पिटल में भर्ती नर्मदा बचाओ आंदोलन की नेत्री मेधा पाटकर से कार्यकर्ताओं और कांग्रेस नेताओं को नहीं मिलने दिया गया। मेधा को अनशन के 12वें दिन सोमवार शाम को जबरदस्ती अनशन स्थल से उठाकर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इस पर इंदौर कलेक्टर निशांत वरवड़े ने कहा कि नजरबंद जैसी कोई बात नहीं है। डॉक्टरों के प्रोटोकॉल का पालन तो सबको करना पड़ेगा इसीलिए लोगों को मिलने से रोका गया है क्योंकि वे आईसीयू में हैं। मरीज से किसी को मिलने देना है या नहीं, यह तो डॉक्टर ही बता सकते हैं। उनके अनुसार मैं भी अस्पताल गया था तब संयोग से मेधाजी जागी हुई थीं इसलिए मेरी मुलाकात हो पाई। उनसे पूछा कि अस्पताल में कोई समस्या तो नहीं है? वे ठीक हैं। डॉक्टरों के मुताबिक अब उनकी तबीयत में तेजी से सुधार हो रहा है।