इंदौर, प्रदेश में किसानो की आत्महत्या का सिलसिला अभी जारी है। रात को इंदौर जिले के एक किसान ने कीटनाशक दवा खाकर आत्महत्या कर ली। उसने गांव के ही दो साहूकारों से 10 प्रतिशत ब्याज पर रूपए लिए थे। कर्ज चुकाने के बाद भी सूदखोरों ने फिर से रूपया मांगा और मारपीट की। वहीं फसल खराब होने के चलते बैंक से लिया क्रॉप लोन भी वह चुका नहीं पा रहा था। आत्महत्या करने से पहले उसने दो सुसाइड नोट भी लिखे, जिनमें सूदखोरों की प्रताड़ना का जिक्र किया गया है।
सिमरोल थाना क्षेत्र के दतोदा में रहने वाले 55 वर्षीय देवकरण उर्फ़ कल्लू पिता मूलचंद्र को मृत अवस्था में उसके परिजन एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों ने बताया कि कल सुबह देवकरण सहित सभी परिजन खेत में काम के लिए गए थे। शाम होते ही देवकरण को छोड़कर सभी घर लौट आए। वह घर नहीं लौटा तो उसे खेत पर देखने गए। वह वहां अचेत पड़ा था। देवकरण की दो बेटियां निर्मला और रजनी है जिनकी शादी हो चुकी है।
सूदखोरों से तंग किसान ने जहर खाकर जान दी
