भोपाल,बैरागढ़ में एक बदमाश ने सूने मकान का ताला तोड़कर अंदर घुसा और टीवी चलाकर देखने लगा। घर पहुंची महिला की सूझबूझ से आरोपी पकड़ा गया। 25 वर्षीय महिला मंजू उर्फ आरती कैंट- 12 में रहती हैं। कल सुबह 10 बजे वे मकान में ताला लगाकर ड्यूटी गई थीं। दोपहर करीब दो बजे महिला घर पहुंची को दरवाजा खुला मिला। अंदर देखा तो बेड पर एक युवक लेटकर टीवी देख रहा था। यह नजरा देख महिला ने तुरंत शोर मचाया जिसके बाद अड़ोस-पड़ोस के लोगों ने बदमाश को भागनरे से पहले ही दबोच लिया बाद में महिला की सूचना के बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया। आरोपी मूलत: छिंदवाड़ा का रहने वाला रोहित बछलिया है।पुलिस बदमाश से पछूताछ में जुटी हैं।
देर शाम तक पमपम को लेकर भोपाल पहुंचेगी टीम
बीएमएचआरसी के पूर्व प्रशासक राय मधुकर सहाय पर जानलेवा हमला कर 20 लाख रुपए लूटने वाले नौकर पमपम को लेकर पुलिस की टीम बुधवार देर शाम तक भोपाल आएगी। यहां पुलिस उससे केस से जुड़े मामले में पूछताछ करेगी। पमपम बिहार के पूर्णिया जिले का रहने वाला है। जिसकी मुखबिरी मिलने के बाद भोपाल पुलिस की सूचना पर बिहार पुलिस ने उसे घर से गिरफ्तार किया था। गौरतलब है कि बी-36 सिद्धार्थ लेकसिटी निवासी राय मधुकर सहाय बीएमएचआरसी के पूर्व प्रशासक हैं। उनकी पत्नी इसी अस्पताल में मनोचिकित्सक हैं। सहाय सीबीआई के पूर्व निदेशक अनिल सिन्हा के बहनोई हैं। 13 जून को उनके घरेलू नौकर पमपम चाकू से उन पर जानलेवा हमला कर घर से 20 लाख रुपए के जेवर लूटकर फरार हो गया था।
मेडिकल छात्र ने फांसी लगाकर की आत्महत्या
भोपाल, मध्य प्रदेश के बहुचर्चित व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) घोटाले के आरोपी प्रवीण यादव ने बुधवार सुबह अपने घर में पंखे से लटकर आत्महत्या कर ली। उसकी जबलपुर उच्च न्यायालय में गुरुवार को पेशी होनी थी। मिली जानकारी के अनुसार सिविल लाइन थाना क्षेत्र के महाराजपुर गांव में रहने वाले प्रवीण ने पंखे से लटककर आत्महत्या कर ली। वह व्यापमं घोटाले में आरोपी था और गुरुवार को उसकी उच्च न्यायालय में पेशी थी और शायद पेशी के तनाव के चलते उसने यह कदम उठाया। उसने कोई सुसाइड नोट नहीं छोड़ा। पुलिस मामले की जांच कर रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2008 में प्रवीण का चिकित्सा महाविद्यालय में एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए चयन हुआ था और उसे 2012 में व्यापमं का आरोपी बनाया गया था। विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा आरोपी बनाए जाने के बाद से उसे नियमित रूप से पेशी पर उच्च न्यायालय जबलपुर जाना होता था। गुरुवार को भी उसकी पेशी थी। परिजनों का कहना है कि प्रवीण पढ़ने में अच्छा था और अपनी योग्यता से उसका व्यापमं में चयन हुआ था, लेकिन उसे बेवजह व्यापमं में झूठा फंसाया गया, जिससे वह लगातार परेशान रहता था। वह बार-बार बयान देते-देते परेशान हो चुका था। उसके पास कोई रोजगार नहीं था। इसी के चलते उसने यह कदम उठाया है। व्यापमं घोटाले की वर्तमान में सीबीआई जांच कर रही है। इससे पहले एसटीएफ और एसआईटी जांच कर चुके है। जांच के दौरान 50 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, जिसमें कई मौतें संदिग्ध है।
राजधानी के वाहन चुराने वाला गिरोह राजगढ़ में गिरफ्तार
राजधानी के विभिन्न इलाकों से चुराई गई मोटरसाइकिलों को राजगढ़ पुलिस ने बरामद किया है। पुलिस ने इन वाहनों को चोरी करने वाले तीन शातिर चोरों को भी हिरासत में लिया गया है। राजगढ़ पुलिस के मुताबिक बुधवार सुबह मुखबिर से प्राप्त सूचना के आधार पर दो युवकों को संदेह के आधार पर कस्बा ब्यावरा से हिरासत में लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों की पहचान विक्रम सिंह अहिरवार पिता नारायण सिंह अहिरवार निवासी परवलिया भोपाल और आत्मामरा पिता कालूराम निवासी कुरावर राजगढ़ के रूप में हुई। दोनों युवक जिस मोटरसाइकिल पर सवार से उसकी पड़ताल करने पर वह चोरी की निकली। कड़ी पूछताछ में दोनों आरोपियों ने अपने तीसरे साथी बाबूलाल भिलाला पिता लक्ष्मीनारायण भिलाला निवासी कुरावर राजगढ़ के बारे में बताया। निशानदेही के आधार पर तीसरे आरोपी बाबूलाल को भी हिरासत में लिया गया। अफसरों का कहना है कि पूछताछ में तीनों आरोपियों ने बताया कि उन्होंने राजधानी भोपाल के अलावा राजगढ़ इलाकों से 15 मोटरसाइकिलों की चोरी की है। आरोपियों की निशानदेही पर चुराई गई मोटरसाइकिलों को बरामद किया गया। स्थानीय पुलिस इसकी सूचना भोपाल पुलिस को भी दी है।