भोपाल, सरकारी प्याज को बिना नीलामी के व्यापारियों को बेचकर कमीशन वसूलने वाले आपूर्ति निगम के जीएम श्रीकांत सोनी 26 जुलाई तक पुलिस रिमांड पर हैं। घोटाले में ईओडब्ल्यू ने सोनी के अलावा उज्जैन और शाजापुर मंडी के पांच संदेही व्यापारियों को भी आरोपी बनाते हुए पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं, सोनी को लेकर उज्जैन और शाजापुर रिकार्ड जब्त करने गई टीम वापस लौट आई है। सोनी के भोपाल स्थित ऑफिस से प्याज खरीदी-बिक्री का रिकार्ड जब्त कर आफिस सील कर दिया। एक टीम सोनी को लेकर उज्जैन और शाजापुर रवाना हो गई थी। टीम ने दोनों स्थानों से भी प्याज खरीदी-बिक्री और उससे जुड़े लोगों का रिकार्ड जब्त किया है। इसके बाद टीम आरोपी को वापस भोपाल ले आई। अब तक की जांच में सामने आया है कि सोनी प्याज की कई रेलवे रैक को बिना नीलामी के बेचकर लाखों रुपए कमीशन खा चुके हैं। सोनी आपूर्ति निगम व्यापमं से सहायक प्रबंधक के पद पर भर्ती हुए थे। ईओडब्ल्यू इस घोटाले में अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि जल्द ही ईओडब्ल्यु द्वारा अन्य आरोपियों के खिलाफ भी प्रकरण दर्ज किया जाएगा|
प्याज घोटाला: रिमांड पर सस्पेंड जीएम, पूछताछ में हुए खुलासे, ईओडब्ल्यु ने कसा व्यापारियों पर शिकंजा
