अहमदाबाद,इसी साल पीएम के राज्य गुजरात में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं,लेकिन गुजरात कांग्रेस में इन दिनों कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसी कड़ी में गुजरात कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वरिष्ठ नेता सिद्धार्थ पटेल ने बुधवार को एक अजीबो गरीब बयान दे दिया। पटेल ने कहा कि शंकर सिंह वाघेला अगर घर बैठने का (राजनीतिक संन्यास) विचार भी कर रहे है तो वो ठीक नहीं है और पार्टी के हित में नहीं है,हमनें हमारी भावनाएं उन तक पहुंचाई है कि वो ऐसा सोचे भी नहीं,पटेल का बयान उस वक्त आया जब वाघेला ने अपने जन्मदिन पर महत्वपूर्ण ऐलान करने की घोषणा की। वाघेला की इस घोषणा के बाद शक्ति सिंह गोहिल, अर्जुन मोढवाडिया, सिद्धार्थ पटेल समेत गुजरात कांग्रेस के कई नेता उनसे मिलने उनके घर पहुंचे थे,यह किसी से छिपा नहीं है कि बापू के नाम से चर्चित वाघेला लंबे समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे हैं। वह पहले भी कह चुके है कि राजनीति का उम्र से कोई लेना देना नहीं है ऐसे में सिद्धार्थ पटेल ने फिर यह बयान क्यों दिया? क्या कांग्रेस यह सोचकर चल रही है कि बापू कांग्रेस से पल्ला झाड़ेंगे? इसमें किरकिरी के साथ साथ राजनीतिक नुकसान ज्यादा होगा,क्या यह पार्टी की रणनीति है कि बापू कोई कदम उठाएं इससे पहले ही उनके सन्यास की बात फैला दी जाए?
सिद्धार्थ पटेल भी मंजे हुए राजनेता हैं, वह ऐसे ही कोई बयान नहीं देते,ऐसे में माना जा रहा है कि बापू की राजनीतिक चाल से पहले ही कांग्रेस अपनी चाल चल रही है। बताते चलें कि वाघेला का जन्मदिन 21 जुलाई को है, इसी दिन देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा होनी है, इस दिन वाघेला कोई बड़ी घोषणा करने जा रहे हैं। बताते चलें कि 21 जुलाई को राज्यसभा के लिए नामांकन का आखिरी दिन है और अहमद पटेल ने राज्यसभा सीट के लिए दावेदारी की है,ऐसे में सबकी नजर इस बात पर टिकी हुई है कि कहीं कांग्रेस से पल्ला झाड़कर वाघेला पार्टी का गणित तो नहीं बिगाड़ेंगे।
शंकर सिंह वाघेला के संन्यास को लेकर संशय, 21 को करेंगे बड़ा ऐलान
