कोलकाता, राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार को मतदान होना है, लेकिन इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस आशंका से डरी हुई हैं कि उनके सांसद क्रास वोटिंग न कर बैठें। यही वजह है कि वह चाहती हैं कि तृणमूल कांग्रेस के सांसद कोलकाता में ही मतदान करें। नाम नहीं छापने की शर्त पर एक टीएमसी सांसद ने कहा कि ममता बेहद डरी हुई हैं और किसी पर विश्वास नहीं कर रही हैं। राष्ट्रपति चुनाव में वह किसी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहतीं। इसी लिए उन्होंने अपने सांसदों को निर्देश दिए हैं कि वे कोलकाता में ही मतदान करें।
उल्लेखनीय है कि एक जुलाई को टीएमसी के सभी राज्य सभा और लोकसभा सांसदों को एक एसएमएस मिला था, इसमें कहा गया था कि उन्हें कोलकाता में ही मतदान करना है। चुनाव आयोग से मिले फॉर्म में उन्हें मतदान के स्थल से जुड़ी जानकारी इसी के अनुसार भरी जानी चाहिए। इस फार्म को विधिवत भर कर मुख्यमंत्री के सचिव मानिक दा को चार जुलाई को सौंपने को कहा गया था। नाम नहीं छापने की शर्त पर टीएमसी सांसद ने कहा कि ममता बनर्जी को हम पर शक है। इसी लिए वह चाहती हैं कि हम अपना फॉर्म उन्हीं के ऑफिस में ही भरे। इसके बाद टीएमसी राज्यसभा सांसद सुखेंदु शेखर रॉय सभी फार्मों को एकत्र कर दिल्ली में जमा करेंगे।
उल्लेखनीय है कि राजग के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार रामनाथ कोविंद पूरे देश में प्रचार कर रहे हैं। वह सांसदों और विधायकों से अपने पक्ष में मतदान करने का आग्रह कर रहे हैं। भाजपा चाहती है कि उन्हें कुछ क्रॉस वोट मिलें। सूत्रों के अनुसार, मतदान करने के पहले सासंदों की एक बैठक बुलाई गई है। दस जुलाई को सासंदों को मिले एक अन्य संदेश में कहा गया है कि मतदान से पहले मुख्यमंत्री के कक्ष में एक बैठक आयोजित की गई है, जिसमें सभी का भाग लेना अनिवार्य है। सांसद ने कहा कि इस समय ममता बनर्जी किसी पर विश्वास नहीं कर रही हैं। उन्हें भय है कि उनके लोग भाजपा प्रत्याशी रामनाथ कोविंद का समर्थन कर सकते हैं। यही वजह है वह हर चीज की बारीकी से जांच कर रही हैं। वह बच निकलने का हमें कोई मौका नहीं देना चाहतीं
क्रास वोटिंग के डर से कोलकाता में मतदान चाहती हैं ममता
