ग्वालियर, यहां नगर-निगम में पदस्थ एक डिप्टी कमिश्नर पर उनके ही ड्राइवर ने रात में शराब पीकर साहब द्वारा उसे गालियां देने धक्का-मुक्की करने और जूठे बर्तन की साफ-सफाई कराने का आरोप लगाया हैं। उसने मना करने पर साहब द्वारा नौकरी से निकालने की धमकी देने और रात 1 बजे तक उसे छोड़ने का आरोप लगाया है। साहब की हरकतों से ड्राइवर इतना परेशान था कि आत्महत्या करने निकल पड़ा। इससे पहले उसने सुसाइड नोट लिखकर डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह यादव की करतूतें उजागर की। अब पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर मामले की जांच कर रही है। यह मामला तब खुला जब डिप्टी कमिश्नर अतिबलसिंह यादव के सरकारी वाहन का ड्राइवर रंजीत सिंह जाट रविवार रात को सुसाइड नोट छोड़कर गायब हो गया। पुलिस ने गुमशुदगी का मामला दर्ज कर सोमवार को मोबाइल लोकेशन के आधार पर जब उसे ढूंढ निकाला। तो उसने बताया कि मथुरा चला गया था, जहां आत्महत्या का विचार मन से निकल गया। ड्राइवर आउटसोर्स कर्मचारी है और यादव का वाहन चलाता है। उसके कमरे में सुसाइड नोट मिला था जिसमें डिप्टी कमिशनर अतिबल की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या करने की बात लिखी थी। दो पेज का सुसाइड नोट मिलते ही पुलिस हरकत में आ गई। ड्राइवर ने पुलिस से कहा कि अफसर की प्रताड़ना से तंग आकर वह आत्महत्या के इरादे से मथुरा में ट्रेन की पटरियों तक पंहुच गया था पर जब घर-परिवार की याद आई तो वह लौट पड़ा।इस बीच डिप्टी कमिश्नर अतिबल सिंह यादव ने ड्राइवर द्वारा उन पर लगाए आरोपों को झूठा बताया है।