सौ करोड़ की लागत से बनेगा श्री खेड़ापति हनुमान कॉरिडोर

भोपाल, राजधानी के 800 वर्ष से भी अधिक प्राचीन मंदिर श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर का विस्तार किया जा रहा है। चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास कैलाश सारंग ने शनिवार को छोला श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर प्रांगण में “श्री खेड़ापति हनुमान कॉरिडोर” का शिलान्यास किया। मंत्री सारंग ने कहा कि महाकाल कॉरिडोर की तरह नरेला विधानसभा के छोला क्षेत्र में “श्री खेड़ापति हनुमान कॉरिडोर” बनाया जा रहा है। करीब 100 करोड़ की लागत से पूरे क्षेत्र का विकास किया जायेगा| पहले चरण में 20 करोड़ की लागत से श्री खेड़ापति हनुमान कॉरिडोर बनाया जाएगा। 21 एकड़ में मंदिर समेत कॉरिडोर डेवलप किया जाएगा। उन्होंने बताया कि यह राजधानी का सबसे प्राचीनतम मंदिर है। इसका जीर्णोद्धार नए सिरे से किया जाएगा। खेड़ापति मंदिर को राजधानी का सबसे भव्य मंदिर के रूप में डेवलप किया जाएगा। मंदिर परिसर के समीप मार्केट भी सुव्यवस्थित किया जाएगा। श्री खेड़ापति हनुमान कॉरिडोर के शिलान्यास के अवसर पर भोपाल महापौर श्रीमती मालती राय, श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर के महंत श्री जगदीश दास जी, गुफा मंदिर महंत श्री राम प्रवेश दास जी महाराज, वृंदावन से आचार्य देवमुरारी बापू, वाटिका धाम महंत श्री हरिराम दास सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु सम्मिलित हुए।
महाकाल कॉरिडोर की तर्ज पर बनेगा श्री खेड़ापति हनुमान कॉरिडोर
सारंग ने कहा कि नरेला की रक्षा करने वाले श्री खेड़ापति हनुमान जी के मंदिर को नए सिरे से डेवलप किया जाएगा। करीब 100 करोड़ की लागत से इस पूरे क्षेत्र का विकास किया जाएगा। इसकी कार्ययोजना पूरी बन चुकी है। उन्होंने कहा कि मंदिर को महाकाल लोक की तर्ज पर बनाया जाएगा। मंदिर भी भव्य बनेगा। उसके कॉरिडोर को सुदंर और आकर्षक बनाया जाएगा। यहां पर आने वाले दर्शनार्थियों को मंदिर घूमने में दिक्कत न हो इसके लिए जगह-जगह पर साइनेज लगाए जाएंगे। जल्दी इसका निर्माण कार्य शुरू होगा।
श्री खेड़ापति हनुमान मंदिर और छोला दशहारा मैदान होंगे एक
सारंग ने बताया कि वर्तमान में छोला दशहरा मैदान व मंदिर परिसर के बीच सड़क गुजरती है। वहीं नए डिजाइन में मंदिर और मैदान एक हो जायेंगे। मंदिर के सामने की सड़क को दशहरा मैदान के पीछे से घूमाकर डायवर्ट किया जाएगा। इसको ऐसा डिजाइन किया गया है कि विदिशा रोड से आने जाने वाले वाहन चालकों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि दशहरा मैदान को पवेलियन के रूप में डेवलप किया जाएगा। नीचे मार्केट होगा। ऊपर लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। छोला दशहरा मैदान में बड़े आयोजनों में आने वाले लोगों को सड़क पर न खड़ा होना पड़े। इसके लिए बैठक व्यवस्था बनाई जाएगी। सड़क को दशहरा मैदान के पीछे की तरफ से घूमाकर निकाला जाएगा। इससे आने जाने वाले वाहनों को न तो जाम लगेगा और न ही आने जाने में दिक्कत होगी।

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