भोपाल, राज्य के सरकारी मेडिकल कालेजों में डिप्टी कलेक्टर स्तर के अधिकारी को प्रशासनिक अधिकारी बनाये जाने के संभावित प्रस्ताव का विरोध कर रहे गाँधी मेडिकल कालेज के डाक्टरों की वजह से हमीदिया अस्पताल की स्वास्थ्य सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई। यहाँ ओपीडी की पर्ची बनवाने के लिए मरीजों को घंटों इन्तजार करना पड़ा। हालाँकि यहाँ आने वाले मरीजों को दिक्क्तों से बचाने के लिए अन्य अस्पतालों से डाक्टरों की ड्यूटी यहाँ लगाईं गई थी लेकिन वह पर्याप्त साबित नहीं हुई। उधर,चिकित्सक शिक्षक संघ से जुड़े लोगों ने काली पट्टी पहन कर काम किया और ओपीडी का बहिष्कार किया। यहाँ मरीज फर्श पर बैठने को मजबूर थे। उन्हें बिना डाक्टर का परामर्श लिए ही लौटना पड़ा। हालांकि एमर्जेन्सी सेवाएं चालू रही जिससे गंभीर बीमारों को इन्तजार के बाद इलाज मिल सका