उज्जैन, मप्र के विश्वप्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में अब पचास फीसदी श्रद्धालु भस्म आरती में शरीक हो सकेंगे। लेकिन दर्शनार्थियों को गर्भगृह के साथ ही नंदीहॉल में बैठने की अनुमति नहीं होगी। उक्त आशय का निर्णय आज मंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई बैठक में लिया गया।