जबलपुर,शासकीय लेडी एल्गिन अस्पताल में पदस्थ रहीं स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.शुभ्रा आत्महत्या काण्ड की गुत्थी पुलिस ने तमाम जांच के बाद सुलझा ली है और उसके पति डॉ.आशीष राज को पुलिस ने आरोपी बनाया है। गत ११ जून को हुए आत्महत्या काण्ड से डॉ.आशीष भूमिगत हो गए हैं, जिनका अब तक पता नहीं चला है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है। संजीवनी नगर थाना प्रभारी संजय भलावी ने बताया कि लेडी एल्गिन अस्पताल में पदस्थ रही स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ श्रीमति शुभ्रा राज ने गत ११ जून को अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। घटना के पहले उन्होंने अपनी बच्चियों को पड़ोस में खेलने भेज दिया था। बच्चे जब खेलकर लौटे तो उनने अपनी मां को पंखे में रस्सी लटका पाया। इस बात की सूचना बड़ी बेटी मिष्ठी ने अपनी देखभाल के लिए आने वाली आया सविता साहू को इसकी सूचना दी और उसने पुलिस को घटना बताई। पुलिस ने मौके पर जाकर तमाम कानूनी औपचारिकताएं पूरी कीं। मर्ग जांच में जुटी पुलिस ने बड़ी बेटी मिष्ठी के भी बयान लिए। जिसने यह बताया कि अक्सर मम्मी पापा के बीच झगड़ा होता था। इसके बाद पुलिस ने डॉ.शुभ्रा के माता पिता और एल्गिन हास्पिटल के कुछ डॉक्टरों के भी बयान लिए। जांच में यह बात सामने आई कि डॉ.आशीष राज अपनी पत्नी शुभ्रा से उसकी कमाई में हिस्सा मांगता था और उसके चरित्र पर संदेह भी किया करता था। आए दिन इसी बात को लेकर विवाद होता था।
पहले पति को दिया था तलाक……
पुलिस जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि डॉ.शुभ्रा ने डॉ.अशोक विद्यार्थी से शादी की थी, जिनसे उनकी दो बेटियां भी हैं। लेकिन बाद में दोनों का वैवाहिक जीवन और तालमेल गड़बड़ा गया। २०१६ में डॉ.शुभ्रा ने अशोक विद्यार्थी को तलाक देकर डॉ.आशीष से लव मैरिज कर ली और अपनी दोनों बेटियों के साथ डॉ.आशीष के पास रहने लगी। उनने आत्महत्या के पूर्व अपने सुसाईड नोट में डॉ.आशीष पर यह आरोप लगाया था कि वह चरित्र संदेह किए जाने से व्यथित है और आए दिन इसी बात को लेकर उनमें विवाद होता है। इन्हीं कारणों से वह मौत को गले लगा रही है। पुलिस ने जांच के बाद आरोपी पति डॉ.आशीष राज के खिलाफ धारा ३०६ के तहत मामला दर्ज कर लिया है।