रोबोटिक ड्रोन तैनात कर समुद्र में चीन ने बढ़ाई टेंशन

नई दिल्ली, दुनिया के अधिकतर देशों के खिलाफ आक्रामक रवैया रखने वाला चीन गुपचुप तरीके से अपनी सैन्य क्षमता में इजाफा करता जा रहा है। इसका ताजा नमूना है चीन का बनाया ‘रोबो-शार्क’, जो कि एक अंडरवॉटर रोबोट ड्रोन है। चीन के इस शार्क जैसे दिखने वाले ड्रोन ने अब दूसरे देशों की चिंता एक बार फिर से बढ़ा दी है क्योंकि यह पानी के अंदर आसानी से दुश्मनों को चकमा दे सकता है। चीन की इस तरह की तकनीक अमेरिका, भारत सहित कई देशों के लिए टेंशन बढ़ा सकती है। चीन ने इसी माह 5 जुलाई को अपने सातवें मिलिटरी इंटेलिजेंस टेक्नोलॉजी एक्सपो में यह रोबो शार्क दिखाया था। यह देखने में एकदम छोटे शार्क की तरह लगता है। इसे चीन के ही बोया गोंगदाओ रोबोट टेक्टनोलॉजी ने बनाया है। इस बेबी शार्क से दिखने वाले रोबोट की खासियत है कि यह बेहद कम आवाज करता है, लंबे समय तक पानी में रह सकता है और तेजी से काम करता है। नया हथियार दूर से शार्क जैसा ही लगता है। अन्य विदेशी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसका इस्तेमाल चीन जहाजों और पनडुब्बियों की जासूसी के लिए करेगा। इस रोबोट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए टॉरपीडो फायर किया जा सकता है, जिससे दुश्मन के जहाज आसानी से तबाह हो सकते हैं। यह रोबोट समुद्र में 6 मील की गति से तैर सकता है। मिरर यूके के मुताबिक, इस रोबोट का पहली बार परीक्षण 10 साल पहले ताइवान स्ट्रेट में किया गया था लेकिन यह पहली बार सार्वजनिक तौर पर प्रदर्शित किया गया है। परीक्षण के दौरान यह रोबोट नकली पनडुब्बियों का पता लगाने में भी सफल रहा था। इसके अलावा रोबोट ने यह भी पता लगाया कि पनडुब्बी असल में कहां से आई है और उसपर सटीक टॉरपीडो फायर करने भी सक्षम रहा। यह रोबोट चीन की सेना इस्तेमाल भी कर रही है।

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