प्रयागराज में 16 से पद्मश्री, पद्मविभूषण प्राप्त कलाकार करेंगे अपनी कला का प्रदर्शन

 

लखनऊ, उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने विश्व के सबसे बडे़ धार्मिक, अध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक समागम महाकुम्भ-2025 को सफलतापूर्वक सम्पन्न कराने के लिए संस्कृति एवं पर्यटन विभाग द्वारा की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि यह भारतीय आस्था के स्पंदन का प्रतीक होगा। राज्य सरकार का प्रयास है कि महाकुम्भ से जो भी श्रद्धालु लौटकर जाये वह एक सुखद अनुभूति लेकर जाए। उन्होंने कहा कि विश्वभर के सनातन संस्कृति को मानने वाले लगभग 50 करोड़ श्रद्धालुओं के इस महाकुम्भ में आने की संभावना है।
सिंह आज गोमती होटल में महाकुम्भ-2025 की तैयारियों को लेकर मीडिया बन्धुओं को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं को ठहरने, आने जाने में कोई कठिनाई न हो। इसके साथ ही इतने विशाल मानव समुद्र की सुरक्षा के लिए वायु, जमीन तथा पानी से नजर रखने की तैयारी की गयी है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए धार्मिक त्रिकोण काशी, अयोध्या एवं प्रयागराज को जोड़कर भ्रमण के लिए तैयार किया गया है। पर्यटन निगम इसके लिए विभिन्न पैकेज के द्वारा सुविधायंे भी सुलभ करायेगा।
सिंह ने बताया कि महाकुम्भ के दौरान 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज देशभर के कलाकारों के संगम का भी अवसर प्रदान करेगा। श्रद्धालुओं के मनोरंजन के लिए विविध विधाओं के शीर्ष कलाकार 43 दिन तक अपनी-अपनी भाषाओं में प्रस्तुती देंगे। इसके लिए पद्मश्री, पद्म विभूषण एवं ख्याति प्राप्त कलाकारों को आमंत्रित किया गया है। मेला अवधि के दौरान महाकुम्भ सांस्कृतिक नगरी का रूप ले लेगा। महाकुम्भ में भव्यता, दिव्यता एवं अलौकिकता का अनुभव कर सके, इसके लिए तमाम सुविधायें सुलभ कराई जायेगी। उन्हांेने नववर्ष की बधाई देते हुए मीडिया बन्धुओं एवं प्रदेश के जागरूक नागरिकों से अपील की कि सनातन संस्कृति को उचाई पर ले जाने के लिए महाकुम्भ-2025 की ब्राण्डिग एवं मार्केटिंग भी करे।

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