मुंबई ,सतारा, सांगली जिले के लोगों को पीने का पानी, पशुओं और कृषि के लिए पानी उपलब्ध खातिर सांगली जिले के लिए कोयना बांध से तुरंत दो टीएमसी पानी छोड़ने का निर्णय लिया गया है। मंत्री देसाई की अध्यक्षता में आज कोयना जलाशय में जल भंडार के उपयोग के संबंध में समीक्षा बैठक आयोजित की गई,
मंत्री देसाई ने कहा कि मुख्यमंत्री शिंदे ने सांगली और सतारा जिलों के शेष क्षेत्रों के किसानों के लिए पानी छोड़ने का फैसला किया है। जिसके बाद 24 नवंबर को बांध से 1050 क्यूसेक क्षमता का 2 टीएमसी पानी सांगली जिले के लिए छोड़ा गया है. इस पानी को सांगली जिले तक पहुंचने में डेढ़ से दो दिन लगने की उम्मीद है. कोयना बांध की कुल जल भंडारण क्षमता 105.25 टीएमसी है। है इस वर्ष जल भंडारण कुल जलाशय मात्रा के 25 प्रतिशत से भी कम है। कोयना बांध में 67 प्रतिशत पानी का उपयोग बिजली उत्पादन के लिए किया जाता है। लेकिन इस साल पानी की आपूर्ति कम होने के कारण ग्रामीणों को पीने का पानी, पशुओं के लिए पानी और खेती के लिए पानी मुहैया कराना जरूरी है. मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्देशानुसार उपमुख्यमंत्री व ऊर्जा मंत्री देवेन्द्र फड़णवीस से चर्चा कर पानी की योजना बनायी जा रही है.