मुंबई, ठाणे के बढ़ते विस्तार को ध्यान में रखते हुए ‘ठाणे रिंग मेट्रो परियोजना’ समय की मांग हैं, इस परियोजना को लेकर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने केंद्रीय शहरी विकास मंत्री के साथ चर्चा की। वह केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा आयोजित एक बैठक के लिए गए थे, इस दौरान मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र की इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (बुनियादी सुविधाओं वाले परियोजनाओं) के लिए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी से भी मुलाकात की।
आम आदमी के लिए सार्वजनिक परिवहन सुविधाओं को आरामदायी और गतिमान बनाना जरुरी है। इसी के मद्देनजर मुख्यमंत्री श्री शिंदे ने अपने दिल्ली दौरे के दौरान रिंग मेट्रो परियोजना ठाणे की जनता के लिए कितना जरूरी है, इस बारे में बताया। इस मुलाकात के दौरान महाराष्ट्र के शहरी क्षेत्रों में विभिन्न इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स (बुनियादी और ढांचागत परियोजनाओं) को लेकर चर्चा की गई। इस अवसर ठाणे रिंग मेट्रो परियोजना का फॉलोअप करते हुए मुख्यमंत्री ने यह भी मांग की कि मेट्रो कोचों की संख्या बढ़ाई जाए।
इस बैठक में मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से ठाणे मेट्रो को लेकर विस्तार से चर्चा की। ठाणे शहर में वर्तमान में दो मेट्रो परियोजनाएं का काम चल रहा हैं। शहर का विस्तार हो रहा है और शहर-जिले की जनसंख्या भी बढ़ रही है। ठाणे के एक रेलवे स्टेशन से 7 से 8 लाख यात्रियों का आवागमन होता है। इसलिए 29 किलोमीटर लंबी ठाणे रिंग मेट्रो की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) को मंजूरी के लिए केंद्र के पास भेजा गया है। इसे मंजूरी दी जाए। ऐसी मांग करते हुए मुख्यमंत्री ने मेट्रो कोचों की संख्या बढ़ाने का भी अनुरोध किया है।
ऐसा है ठाणे रिंग मेट्रो परियोजना
कुल 29 किमी लंबे इस परियोजना में 26 किमी लंबा मार्ग एलिवेटेड और 3 किमी लंबा मार्ग भूमिगत (अंडर ग्राउंड) है। इस परियोजना के तहत कुल 22 स्टेशन हैं जिनमें से दो स्टेशन भूमिगत (अंडर ग्राउंड) होंगे। इन भूमिगत (अंडर ग्राउंड) स्टेशनों में से एक को ठाणे रेलवे स्टेशन से जोड़ा जाएगा। शहर के अन्य स्टेशनों को मेट्रो कॉरिडोर से जोड़ा जाएगा ।