भोपाल,अब शिवराज सरकार ने नौकरी तो दूर, मध्य प्रदेश के युवाओं से डिग्री और भर्ती की उम्मीदों को भी छीन लिया, 5 साल से दरोगा बनने का सपना लिए दिनरात मेहनत और तैयारी में जुटे प्रदेश के नौजवानों की ‘उम्र’ निकलती जा रही है। वे ओवरएज हो रहे हैं। मगर ‘सब इंस्पेक्टर’ की एक भी भर्ती नहीं निकली। निराशा में प्रदेश के युवा अब परीक्षा की तैयारी करना ही छोड़ चुके हैं। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुरेन्द्र राजपूत ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये उक्त बातें कहीं।
राजपूत ने कहा कि शिवराज सरकार ने विधानसभा में स्वीकार किया है कि 39 लाख पंजीकृत बेरोजगारों में से केवल 21 युवाओं को नौकरी दी गई है। जबकि मामाजी ने 15 अगस्त 2023 तक एक लाख नौकरियों का झूठा झुनझुना युवाओं को थमाया है। अब मामा युवाओं के रोजगार की बात नहीं कर रहे हैं। जबकि युवाओं के भविष्य को छीनने वाले घोटाले हर दिन उजागर हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे छात्रों की 4 साल में पूरी होने वाली डिग्री के लिए, अभी पहले साल की ही परीक्षा नहीं हुई। चार साल से ‘फर्स्ट ईयर’ में ही अटके छात्रों पर, हर साल लाखों के खर्च का बोझ। तैयारी के लिए पैसों का अभाव, घर वालों का दबाव और अंधकार में जाते भविष्य की चिंता प्रदेश के युवाओं को खाए जा रही है। मगर मध्य प्रदेश के नौजवानों के सपनों को बस ‘झूठा, धोखे और अत्याचार’ से कुचलने वाली शिवराज सरकार को रत्ती भर भी परवाह नहीं। मामा जी यह घोटाला किसकी शह पर हो रहा है।
राजपूत ने कहा कि मध्यप्रदेष के हमीदिया जैसे प्रतिष्ठित अस्पताल में पिछले 15 साल से सिर्फ एक फीजियोथैरेपिस्ट है। जबकि हमीदिया अस्पताल में 9 से ज्यादा विभागों में फीजियोथैरेपिस्ट की जरूरत होती है। आपके आवष्वासन के बावजूद भी फीजियोथैरिपि का डिपार्टमेंट अब तक नहीं खोला गया। क्या यह मप्र की जनता से छल, कपट और प्रपंच नहीं है।